हेलो ( ♥️ ♥️लॉस्ट इन ड्रीम♥️ ♥️ ) यह मेरी पहली कहानी है.
सपने हर कोई देखता है कभी दिन में तो कभी रात में और ख्वाहिश करता है कि का सपना पूरा हो जाए. कुछ लोग दुनिया में ऐसे होते हैं जो ना सिर्फ सपना देखते ही नहीं है बल्कि उन्हें पूरा करते हैं. और और दिन रात भर सपनों में खोए रहते हैं. जबकि कुछ सपना देखते हैं कभी पूरा नहीं करते ऐसा ही कुछ आशु के साथ हुआ था. उसे लगा कि उसका सपना पूरा हो चुका है. उसे अपनी लाइफ में एक बहुत ही अच्छा दोस्त मिला आशु कॉलेज के दूसरे साल में था. उसकी उम्र करीब 19 साल की थी. और अपनी जिंदगी मैं बड़ा ही खुश था. क्योंकि उसे जान से भी प्यारा दोस्त मिला. जिसका नाम करण भारद्वाज था. पर वह आशु कॉलेज में नहीं पड़ता. उसकी पढ़ाई पूरी हो चुकी थी. लगभग 6 महीने se करन अमेरिका मे रह रहा tha. पर आंसू भी उसके साथ बहुत बातें होती थी. करण का खास दोस्त आशु ही था. जो करन की फ्रेंडशिप ग्रुप में सबसे कम उम्र का था. आशु आशु रोज फोन करता हूं और कहता कि यार कब आएगा. बहुत कमी महसूस होती है.
♥️♥️ पार्ट 1 ♥️♥️