जानती हूँ ना कोई कल है हमारा
ना कोई मेल है!
पर फिर भी मेरे दिल में तुम्हारे लिए प्रेम है!
आता है कभी गुस्सा तुम पर बहुत!
पर तुम्हारा अच्छा वक्तितव स्नेह बनकर मेरी आँखों से
छलक जाता है!
और अचानक से ये गुस्सा "धीरज" में बदल जाता है
आने वाली है खुशीया तुम्हारे जिसके तुम हकदार हो
पर भूल ना जाना इन खुशीयो के बीच उसे
जिसका तुम प्यार हो!
पूजा 🖋📃