Hindi Quote in Thought by Divya B Gajjar

Thought quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

उतने गम कहा थे जितने मेने लिखे थे
बात कहा किसीसे होती थी असल जीवनमे जितनी सोशल साईट में जमे थे
न जीवन की डोर किसी के हाथ सोपि थी और न मंजूर था सोपना फिर भी नजाने
क्यों बात अटकने की करते थे ?
फिसजुल सी बाते फिसजुल से उसूल न जाने कब जहन में बसा के वक्त जाया करने लगे थे
करियर के बारे में सोचते सोचते कोनसी पटरी पे बुलेट ट्रैन की रफ़्तार से दौड़ रहे थे समज आता तब तक काफी आगे निकल चुके थे .......
लौटना था वापिस मगर उलजानो में ऐसे तो उलझे पड़े थे तब तक मुँह पर ठंडा ठंडा ठंडा पानी आ गिरा और मां बोली उठजा नालायक नो बजे नो को है ...........हसते हुए हे भगवन थेंक यू ....ये तो सपना था हसते हसते किचन की और जा कर माको गले लगे थे फिर वो किताब हाथ में लेकर सफलता की कहानी खुद ही लिख रहे थे.
Writer_ni_kalame

Hindi Thought by Divya B Gajjar : 111312799
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now