कभी फुरसत की पलों में
मिलने आ जाना जिंदगी
गरमा गरम चाय की चुस्की
लेते हम थोड़ी सी गुफ्तगू करेंगे
थोडी शिकायतें थोड़ी हंसी
हम साथ में बांट लेंगे
तुम थोड़ा सा उलझ जाना
मैं थोड़ा सा सुलझ जाऊंगी
तेरे कन्धे पर शिर रखकर
थोड़ा सा रो लुंगी और
थोड़ा सा तेरे साथ हंस लुंगी
तुन्हें ही शिखाया है नये
नये सपने बुनना और कभी
कोई सपना तुटे तो उसकी ही
राख में से फिर से उठकर खड़े होना
तु बढ़ी ही टेढ़ी है जिंदगी पर
हमें सीधा सरल कहा अच्छा लगता है
कभी यु ही मिलने चली आना जिंदगी
तुझे बिना कुछ कहे बहुत कुछ कहेना है...
#pooji