कुछ बाते थी जो बताना चाहता था।
तेरी मुस्कुराहट पे अपना दिन बिताना चाहता था।
थोड़ी सी ही सही पर महॉब्बत की थी तुमसे
बस दिल से ये बात बताना चाहता था।
लिखता हूं आज भी तो कलम रुकती नहीं है मेरी
तेरी नादानियां पे हसना चाहता था।
रूठ सी गई है जिंदगी तेरे बिना
तेरी बूंद सी महॉब्बत में डूबना चाहता था।
तेरे वो मासूम सवालों जवाब आज भी याद है
में उन पलों को फिर से जीना चाहता था।
तुम्हारे साथ गुजरी वो साम मेरी जिंदगी के
सबसे हसीन साम थी ये कहना चाहता था।
पता नहीं किसकी नजर लगी हमे,
थोड़ी सी ही सही पर महॉब्बत की थी तुमसे
बस दिल से ये बात बताना चाहता था।
कुछ बाते थी जो बताना चाहता था।
कुछ बाते थी जो बताना चाहता था।