आज़ादी का ये तिरंगा यूँ जो लहराता हैं,शूरवीर थे वो सेनानी इसकी याद दिलाता हैं,
सन सत्तावन में शुरु हुई,सन सैंतालीस तक चली लड़ाई थी,देशभक्त थे वो वीर,जो अंग्रेजों को धूल चटाई थी,
जिनके दमख़म को अंग्रेजों ने भी माना था,वो प्रत्येक शूरवीर केवल आज़ादी का दीवाना था,
देश नमन करता हैं,भगत,सुखदेव,राजगुरु,बोस जैसे बलिदानियों को,
भूल ना पाएगा ये देश उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों को,
मोह्ब्बत किया था वतन से क्या खूब ईश्क़ निभाया था,अपने वतन के वास्ते वीरों ने जान गवाया था,
जिनके दमख़म को अंग्रेजों ने भी माना था,वो प्रत्येक शूरवीर केवल आज़ादी का दीवाना था,