पानी की प्यास लगी थी। लेकिन पानी मे ज़हर था।
न पीते तो भी मर जाते । ओर पीते तो भी मर जाते।
बस है दो मसले ज़िन्दगी भर न हाल हुई।
वक्त ने कहा काश ओर थोड़ा सबर होता।
ओर सबर ने कहा काश ओर वक्त होता
सुबह सुबह निकलता हु काम ने की लिए साहब
आराम कमाने निकलता हु ।आराम छोड़ कर ।