#FRIENDSHIPSTORY -बस दोस्ती की ख़ातिर
अर्जुन और आदित्य दस दोस्तों के साथ समुंद्री यात्रा पर निकले।
जहाज में छिद्र हो गया ,उन्हें निर्जन टापू पर उतरना पड़ा।
आदिवासियों ने उन्हें घेर लिया , मोबाइल छीन लिए, कहा ग्यारह सप्ताह पूजा चलेगी, हर सप्ताह युवक की बलि दी जाएगी ,बस एक ही बचेगा।
दोस्तों ने नामों की पर्ची बना ली।
जिस के नाम की पर्ची निकलती वह बलि के लिए चला जाता।
अंतिम सप्ताह अर्जुन ,आदित्य रह गए। उन्होंने एक दूसरे के नाम की पर्ची लिख कर रख दी ,आदिवासिओं ने पर्ची उठाई , अर्जुन को ले गए,आदित्य ने दूसरी पर्ची देखी ,रो पड़ा, उस पर भी अर्जुन नाम लिखा था ।