मेरा प्यार,या मेरा जुड़ाव जो
तेरे साथ है वो
किसी बाहरी कोशिश या बनावट से नहीं बना।
न मैं किसी पत्थर की सूरत हूँ,
जो तराशी गई हो किसी और के हाथों से ..
मेरे चेहरे को ज़रा गौर से देखो,
तो समझ पाओगे...
मैं तो वही मूरत हूँ,
जिसमें तेरी नजरों ने जान भर दी।
ना वक्त ने इशारा किया, ना किस्मत ने खबर दी
तू किसी आँगन की सीढ़ी से नहीं..बस यूँ ही,अपने आप
मेरी रूह में उतर आया
_Mohiniwrites