भोळे भाळे दो नैनों से;
चुरा ले गये मेरा जहन;

चले आओ अब पास मेरे;
नहीं होती यह दूरी सहन;

नहीं रिश्ता सिर्फ बातों का;
यह प्यार हो गया है गहन;

सामने तुम ही दिखती ही हो;
जब बंद कररता हुं में नयन;

#भोळे

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111547855

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now