ढक कर रानी आधे मुख को जैसे दुल्हन शरमाई सी
काले रंग के एक आँचल पर अधरों से चाप लगाई सी बिखरे हैं लाखो मोती यों , आँचल मे शोभा पाने को .
लाभ उठा अंधियारे का प्रियतम से मिलने आयी हो.
#रानी

Hindi Poem by Ruchi Dixit : 111384492

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