"The property without effort can come in the night ... but in order to understand the rituals and understanding, the generation is lost."
"बिना प्रयास के संपत्ति रात भर मे आ सकती है ... परंतु संस्कार और समझ आने मे पीढ़िया गुंजर जाती है।"
- निकुंज पारेख