तेरे बिन...
तु साथ था तो वक्त परियों सा उड़ जाता था,
अब हर घड़ी सदियों सी लगती है.. तेरे बिन
हर खुशी दिल के आंगन से रुठ सी गई है,
जिंदगी जैसे थम सी गई है... तेरे बिन
सपनों में भी तेरी परछाई उतर आती है,
निदं भी जगा कर रखती है... तेरे बिन
जुदाई का दर्द अब सांसों में बसा है,
दिल भी तन्हा, उदास सा है... तेरे बिन
- Soni shakya