Chapter 5: ShadowRix : एक छुपा हुआ रहस्य
(Draxon और Kevin रहस्यमयी लड़के के साथ उसके दादा के घर जाते हैं, जहाँ उन्हें एक बुजुर्ग से जवाब मिलने की उम्मीद होती है।)
घर का रहस्य
Draxon और Kevin उस लड़के के साथ आज़मगढ़ के पुराने मोहल्ले की तंग गलियों से गुजरते हुए उसके घर की ओर बढ़ने लगे।
चारों ओर बेतरतीब बनी पुरानी हवेलियाँ, टूटती ईंटें और वीरान गलियों में पसरी खामोशी किसी भूले-बिसरे रहस्य की कहानी सुना रही थी। हर मोड़ पर अंधेरे में छिपे साये-से लोग झांकते से प्रतीत हो रहे थे।
जब वे घर पहुंचे, तो लड़के ने दरवाज़े पर दस्तक दी।
दरवाज़े की चरमराती आवाज़ के साथ एक बुजुर्ग ने दरवाज़ा खोला। उनके चेहरे पर वक्त की लकीरें उभरी थीं, और उनकी आँखों में वो दर्द छुपा था जो वर्षों पुरानी कहानियों में बसा रहता है। उन्होंने Draxon को देखा, जैसे सालों से उसी का इंतज़ार कर रहे हों।
उनकी आवाज़ धीमी पर गूंजती हुई थी —
"तो... आखिरकार वो दिन भी आ गया जब 'ShadowRix' का असली वारिस मेरे दरवाज़े पर खड़ा है।
आओ, Draxon... आज़मगढ़ सल्तनत के खोए हुए अतीत का वारिस... तुमसे कुछ कहानियाँ अधूरी हैं।"
बुजुर्ग की रहस्यमयी बात सुनकर Draxon और Kevin के चेहरों का रंग उड़ गया। Draxon का दिल तेज़ी से धड़क उठा, जैसे उसकी रगों में सदियों पुराना कोई डर दौड़ने लगा हो।
Draxon (आवाज़ काँपती हुई, माथे पर शिकन) —
"आप... आप क्या कह रहे हैं? मैं... आखिरी वारिस...? और यह तलवार... 'ShadowRix'? इसमें ऐसा क्या है जो... जो मुझे इसे अपनाना चाहिए?"
Kevin (धीरे से, घबराते हुए) —
"क्या हम किसी मुसीबत में तो नहीं फँस गए, Draxon?"
बुजुर्ग ने होठों पर एक रहस्यमयी मुस्कान लाते हुए कहा —
"अभी भी इतनी जल्दी है तुम्हें? Draxon… कुछ बातें हवाओं में नहीं, चार दीवारों में कही जाती हैं। अंदर आओ... वक़्त आ गया है वो सच्चाई जानने का, जिसने तुम्हारी किस्मत का रुख मोड़ दिया है।"
वे सभी घर के अंदर चले गए।
बुजुर्ग (आहिस्ता मुस्कुराते हुए, पोते के सिर पर हाथ फेरते हुए) —
"बेटा, हमारे मेहमान कोई साधारण नहीं। इनकी खातिरदारी में कमी मत छोड़ना। जा, पानी और कुछ खाने का इंतज़ाम कर।
आज हमारे घर की तक़दीर इन्हीं के साथ बैठी है।"
लड़का दौड़कर गया और पीतल के गिलास में पानी भरकर लाया। कमरे में पुरानी लकड़ी की खुशबू और धूल मिली हवा अजीब सी गंध फैला रही थी। Draxon और Kevin ने प्यास बुझाई, लेकिन दिल की प्यास और बढ़ गई थी।
पानी पीने के बाद, Draxon (आवाज़ में घबराहट और अधीरता) —
"अब तो बताइए... आप मुझे इतना कैसे जानते हैं? ये आखिरी वारिस, ‘ShadowRix’... ये सब क्या है?
और... और वो DarkZael कौन है जो पूरी दुनिया पर हुकूमत करना चाहता है?"
बुजुर्ग ने धीमे से हाथ उठाया और कमरे के कोने में एक धूल भरी दीवार की ओर इशारा किया।
"उस दीवार को देखो... उस तस्वीर में वो राज छुपा है, जिसे सदियों तक छुपाकर रखा गया।"
Draxon और Kevin ने दीवार पर टंगी तस्वीर को गौर से देखा। तस्वीर के चारों ओर समय की धूल जमी थी, लेकिन उसके बीचोंबीच एक तलवार की चमकती आकृति जैसे अंधेरे में रोशनी की किरण थी। तलवार की धार तस्वीर से बाहर निकल कर उनकी रूह को चीरती-सी प्रतीत हो रही थी।
Kevin (धीमे स्वर में, हैरानी से) —
"यह... यह तो किसी शाही तलवार की तस्वीर लगती है।"
Draxon (आंखों में एक अजीब- सी चमक के साथ):
"क्या यह वही खास तलवार, ShadowRix है?"
बुज़ुर्ग (सिर हिलाते हुए, गंभीर आवाज में):
"बिल्कुल सही! यह ShadowRix है। समय ने इसकी तस्वीर को धुंधला कर दिया है, लेकिन हकीकत में यह तलवार वो रोशनी है, जो अंधेरों को भी जला सकती है।
इसकी ताकत इतनी है कि राजाओं के तख्त हिल जाएं... और पूरी दुनिया के सुल्तान इसके सामने नाचते हैं।"
Draxon की जिज्ञासा और बढ़ गई,
Draxon (भौंहें सिकोड़कर, आँखों में झलकती बेचैनी):
"आप कहते हैं यह तलवार खास है... मगर क्यों? आखिर इसमें ऐसा क्या है... जो इसे एक आम तलवार से अलग बनाता है? और... आपको ये सब कैसे पता? आप कौन हैं...?"
बुजुर्ग (धीमे, थके स्वर में, जैसे कोई बहुत पुराना बोझ सिर पर हो):
"मैं... ज्यादा नहीं जानता, बेटा। बस इतना जानता हूँ कि वो तलवार तुम्हारे पूर्वजों से जुड़ी है... तुम्हारे पूर्वजों की थी... और अब उसकी असली विरासत का हक़दार तुम हो।"
बुजुर्ग (आँखें नीची करते हुए):
"वो दिन आएगा... जब यह तलवार तुम्हारे हाथों में होगी। तब ही DarkZael की हुकूमत कांप उठेगी... और आज़मगढ़ फिर से तुम्हारे पुरखों की सल्तनत कहलाएगी।"
बुजुर्ग (गहरी साँस लेते हुए):
"अभी सल्तनत की बागडोर एक वज़ीर के हाथों में है... मगर वो सल्तनत नहीं संभाल पा रहा!"
Draxon (बेचैन होकर, हाथों की मुठ्ठी भींचते हुए):
"आपको ये सब किसने बताया? और मुझे... मुझे इस रहस्य की पूरी सच्चाई कहाँ मिलेगी? मैं कब जानूंगा, आखिर मैं कौन हूँ...?"
बुजुर्ग (मुस्कुरा कर, Draxon के कंधे पर हाथ रखते हुए):
"एक बुजुर्ग हैं... जिन्होंने मुझे ये सब बताया। वो तुम्हें बहुत अच्छे से जानते हैं... शायद तुम्हें खुद से भी ज्यादा। तुम्हारे हर सवाल... हर उलझन का जवाब उनके पास है।"
बुज़ुर्ग कुछ देर के लिए रुके, फिर बोले:
"कल हम जूनागढ़ शहर जाएंगे, वहीं वे एक पुराने घर में रहते हैं।"
DarkZael का प्रकोप
इस बीच, DarkZael को बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था कि Draxon और Kevin, Old Kaifon के घर से भाग चुके हैं।
DarkZael (आँखों में घमंड की आग, मुट्ठियाँ भींच कर) —
"चलो... Old Kaifon के घर। मैं खुद देखूँगा... इस आखिरी वारिस की शक्ल कैसी है, जिसने मेरे ही खेल में मुझे चुनौती देने की हिम्मत की है।"
जब वह अपने आदमियों के साथ Old Kaifon के घर पहुँचा, तो Draxon और Kevin वहाँ नहीं थे।
DarkZael का चेहरा जलते अंगारे जैसा लाल हो उठा। उसकी आँखों में खून उतर आया था।
वह गरजते हुए अपने सिपाहियों की ओर बढ़ा, उसकी आवाज़ कमरे की दीवारों से टकराकर गूंजने लगी —
"कहाँ छुपा दिया उस आखिरी वारिस Draxon को... और उसका वो दोस्त Kevin कहाँ है?"
एक सिपाही (कांपते हुए, नीचे नजरे करके) —
"सर... हमने उन्हें यहीं कैद किया था... लेकिन लगता है... वे... वे भाग निकले..."
यह सुनते ही DarkZael का पारा आसमान छूने लगा। उसकी आंखों में क्रोध की लपटें भड़क उठीं।
"क्या तुमने कहा... वे बच निकले?" उसकी गरजती आवाज़ पत्थर की दीवारों से टकराकर पूरे कमरे में गूंज उठी।
"तुम्हें ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है Draxon कौन है!"
DarkZael की आवाज़ में गुस्से की आग ऐसे दहकी जैसे किसी जलते अंगारे पर तेल पड़ गया हो।
"अगर हमने उसे नहीं रोका, तो हमारी सल्तनत की बुनियाद तक बिखर जाएगी।
उसे ढूंढ़ लाओ... चाहे शहर की हर दीवार उलटनी पड़े, हर अंधेरी गली छाननी पड़े!"
सिपाही घबराए हुए, पसीने में भीगे, थरथराते स्वर में बोले —
"सरदार... गलती हो गई... मगर कसम है... अब ऐसा नहीं होगा।"
DarkZael की आँखें जैसे अंगारे बन चुकी थीं।
उसके चेहरे की नसें तनी हुई थीं और वह शेर की तरह दहाड़ा —
"गलती...? तुम सबकी यह आखिरी गलती होगी अगर Draxon मेरे हाथ से फिसल गया!"
उसने अपनी तलवार हवा में लहराई और कमरे की छत तक उसकी गरजती आवाज़ फैल गई —
"शहर के हर गली, हर छुपने की जगह में Draxon और Kevin की तलाश करो...
हर छाया के पीछे देखो... हर दीवार को गिरा दो अगर जरूरत पड़े।
मुझे वो दोनों चाहिए... किसी भी कीमत पर..."
DarkZael के इस हुक्म से उसके जासूस और सैनिक ऐसे हरकत में आए जैसे शिकार पर भूखे भेड़िये।
पूरा शहर उसके गुस्से से काँप उठा।
हर सड़क, हर चौराहा, हर छत पर उसकी साया फैल गई।
Draxon और Kevin अब सिर्फ दो नाम नहीं, DarkZael की आँखों में जलती दो चिंगारियाँ बन चुके थे, जिन्हें बुझाना अब उसकी दीवानगी बन गई थी।
खतरा बढ़ता जा रहा है
कमरे में सन्नाटा पसरा था। Draxon और Kevin की आँखें नींद में भारी थीं।
तभी दरवाजे पर अचानक तेज़ और घबराई हुई दस्तक हुई।
Draxon और Kevin तुरंत जाग गए।
जब Draxon ने दरवाजा खोला, लड़के के दादा के चेहरे पर डर और थकान साफ झलक रही थी।
उनकी साँसें तेज़ थीं, और माथे पर पसीना बह रहा था।ऐसा लग रहा था जैसे वे किसी खौफनाक मंज़र से लौटे हों।
Draxon (हड़बड़ाते हुए, आवाज़ में घबराहट) —
"चाचा... क्या हुआ? आपका चेहरा क्यों पीला पड़ा है?"
"Draxon!"
बुज़ुर्ग व्यक्ति की आवाज़ में एक अजीब सी बेचैनी थी,
"अभी-अभी DarkZael के लोग यहाँ आए थे। वे तुम्हारे बारे में पूछताछ कर रहे थे।
मैंने उन्हें साफ तौर पर कह दिया कि मुझे कुछ नहीं मालूम।
अब हमें इस जगह को तुरंत छोड़ देना होगा और जूनागढ़ की तरफ रवाना होना होगा।
हम सुबह तक इंतजार नहीं कर सकते!"
Draxon और Kevin ने तुरंत बुज़ुर्ग की बात मानी और उनका आभार व्यक्त किया।
फिर भी, Draxon का मन अभी भी चिंताओं से भरा हुआ था।
"अगर हम यहाँ से निकलते हैं, तो क्या DarkZael के लोग हमें पहचानकर पकड़ नहीं लेंगे?"
उसने आशंका जताई।
बुज़ुर्ग ने हल्के से मुस्कुराते हुए अपनी आँखों में रहस्यपूर्ण चमक के साथ कहा —
"नहीं! मुझे जूनागढ़ तक पहुँचने का एक गुप्त रास्ता मालूम है,
और यह रास्ता बहुत कम लोगों को ही पता है।
DarkZael के लोग इसका जरा भी अंदाजा नहीं लगा सकते।"
उनकी बातों में आत्मविश्वास था, और उनकी मुस्कान ने Draxon को कुछ राहत दी,
लेकिन फिर भी Draxon के चेहरे पर संदेह की लकीरें साफ़ दिख रही थीं।
बुज़ुर्ग की बातों को सुनकर, Kevin ने अपनी घबराहट को थामते हुए कहा,
"तो हम अब क्या करें?"
बुज़ुर्ग ने सिर हिलाते हुए कहा,
"चिंता मत करो। अब हमें देर नहीं करनी चाहिए।"
फिर, Draxon, Kevin और वह लड़का, बुज़ुर्ग के साथ जूनागढ़ की ओर रवाना हो गए।
वातावरण में सर्द हवा का हल्का झोंका था, और चारों की कदमों की आवाज़ रात के सन्नाटे में गूंज रही थी।
चारों ने अंधेरे और खामोश रात में अपना सफर शुरू किया।
दूर-दूर तक कोई आवाज़ नहीं थी, बस जंगल की सरसराहट और हर परछाई डर का एहसास करा रही थी।
सुबह होते-होते, वे आखिरकार जूनागढ़ पहुँच गए।
जब वे उस पुराने, रहस्यमयी घर के पास पहुँचे, Draxon ठिठक गया।
उसकी आँखें फैल गईं...
सामने जो घर था, वह कोई साधारण घर नहीं लग रहा था।
ऐसा लगा मानो समय के गर्त में छुपा कोई रहस्य अब उसके सामने था।
घर की दीवारों पर अजीब -सी लकीरें थीं, और हर कोने से जैसे कोई पुराना राज झाँक रहा था।
:- क्या Draxon और Kevin इतनी आसानी से DarkZael से बच पाएंगे?
या फिर अंधेरे में छुपी कोई चाल उन पर भारी पड़ेगी?
:- क्या Draxon को उस बुज़ुर्ग से वो जवाब मिलेंगे...
जिन्हें पाने के लिए वो इतनी मुश्किलें झेल कर आए हैं?
सवाल बहुत हैं...
पर जवाब छुपा है...
अगले अध्याय में...
जहाँ खतरा और भी काला, और भी नज़दीक होगा।
जानने के लिए पढ़िए...
Chapter 6 ...
To be Continued…