Chapter 8: Old Kaifon की वापसी और रहस्यमयी तस्वीर का राज़
पिछले अध्याय में आपने पढ़ा कि DarkZael के आदमियों ने Kevin को पकड़ लिया था, लेकिन रहस्यमयी बुज़ुर्ग ने अपनी अद्भुत तलवारबाज़ी से उन्हें हरा दिया।
लड़ाई के बाद वह बुज़ुर्ग किसी को बुलाते हैं... और जैसे ही वह दूसरा बुज़ुर्ग कमरे में प्रवेश करता है, Draxon की आँखें हैरानी से फैल जाती हैं।
यह कोई और नहीं बल्कि Old Kaifon थे— Old Kaifon, जिन्हें Draxon ने अपने सामने बाज़ार में आख़िरी साँस लेते देखा था।
Draxon की धड़कनें तेज़ हो जाती हैं। उसका मन अविश्वास और सवालों से भर जाता है—
"यह कैसे हो सकता है? क्या मैंने उस दिन गलत देखा था? या कुछ बहुत बड़ा राज़ मुझसे छुपाया गया है?"
Old Kaifon को देखकर Draxon पूरी तरह हैरान था। उसकी आँखों में संदेह और उलझन साफ़ झलक रही थी।
रहस्य का पर्दा उठता है
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (मुस्कुराते हुए, शांत आवाज़ में):
"Draxon... जो तुमने अपनी आँखों से देखा, वह हमेशा सच नहीं होता। असली सच्चाई कई बार नज़रें धोखा खा जाती हैं।"
Draxon (हैरान होकर, आँखें फैलाते हुए):
"लेकिन... मैंने तो उन्हें बाज़ार में आख़िरी साँस लेते देखा था! ये कैसे हो सकता है?"
[रहस्यमयी बुज़ुर्ग Old Kaifon की ओर देखते हैं और हल्के से सिर हिलाते हैं। Old Kaifon आगे बढ़ते हैं, चेहरे पर हल्की मुस्कान और शांत भाव है।]
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Old Kaifon का राज़
Old Kaifon(धीमी, साफ़ आवाज़ में):
"हाँ Draxon... तुम्हें सब कुछ जानना चाहिए। उस दिन जब हम बाज़ार में थे, मैंने देखा कि DarkZael के दो आदमी हमें घूर रहे थे—यही दो आदमी जिन्हें हमने अभी पकड़ा है,
मुझे समझ आ गया था कि वे हमारा पीछा करेंगे। इसलिए मैंने वहीं गिरकर बेहोश होने का नाटक किया... ताकि वे मुझे मरा हुआ समझ लें।
जब तुम वहाँ से चले गए, तो वे तुम्हारा पीछा करने लगे, जबकि मैं चुपचाप बुज़ुर्ग के घर पहुँच गया।"
Kevin (हैरानी से, भौंचक्का):
"चुपचाप? इसका क्या मतलब है, Old Kaifon ?"
Draxon(धीमी और समझाने वाली आवाज़ में):
"Kevin... Old Kaifon यहाँ चुपचाप इसलिए पहुँचे, क्योंकि उस दिन वो बुरी तरह ज़ख्मी थे। उनके शरीर पर कई घाव थे। वो चाहकर भी कुछ नहीं बोल सकते थे।"
Old Kaifon (हल्की मुस्कान के साथ, सिर हिलाते हुए):
"तुमने सही कहा, Draxon। मैं उस दिन सच में घायल था... बहुत कमज़ोर हो गया था।"
Draxon (गंभीर लहजे में):
"तो क्या वो सुराग़... जो हमें उस पुराने घर में मिला था—वो नक्शा और वह चिट्ठी—क्या वो तुमने वहाँ रखे थे?"
Old Kaifon (धीमे स्वर में):
"हाँ, Draxon... वो मैंने ही वहाँ छोड़ा था। मुझे अंदाज़ा था कि DarkZael के आदमियों ने तुम्हें चारों तरफ से घेर लिया होगा। मैंने चाहा कि तुम्हें सही रास्ता मिल जाए… ताकि तुम्हारी तलाश अधूरी न रह जाए।"
Kevin (हैरानी और उत्सुकता के साथ):
"लेकिन तुम्हें ये सब कैसे पता चला? हम तो बिल्कुल अनजान थे!"
Old Kaifon (धीमी मुस्कान के साथ):
"जब इन लोगों ने तुम्हें पकड़ लिया था, मैं उसी पुराने दरवाज़े के पीछे छिपा था। वहाँ से तुम्हारी पूरी बात सुन रहा था।"
Draxon (चौंकते हुए):
"ओह! तो यह राज़ था! हमें तो ज़रा भी शक नहीं हुआ!"
(Draxon ने धीरे-धीरे उन दोनों कैदियों की ओर देखा, उसकी आँखों में धूप की तरह चमकती चेतावनी थी।)
Draxon(धीमे लेकिन सख़्त स्वर में):
"इन्हें भूलने मत देना... ये वही हैं जिन्होंने हमें धोखा देने की कोशिश की थी। जब तक हम सच का रास्ता पूरा न कर लें, ये क़ैद ही रहेंगे।"
(Kevin तेज़ क़दमों से आगे बढ़ता है, उसकी आँखों में गुस्से और हैरानी का मेल साफ़ झलक रहा था।)
Kevin (सख़्त स्वर में):
"बताओ! तुम्हें इस छिपे कमरे का रास्ता कैसे मिल गया? हमने तो रास्ता छुपा दिया था!"
(पहला आदमी डरते हुए लेकिन सच बताते हुए):
"तुम्हारे पैरों के निशान रह गए थे... उन्हीं को देखकर हम यहाँ तक पहुँचे।"
Draxon(सोचते हुए, धीमे स्वर में):
"क्या इन्होंने इस घर का रहस्य अपने सरदार DarkZael को बता दिया होगा?"
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (निश्चिंत भाव से):
"नहीं... इन्होंने अभी तक अपने सरदार को कुछ नहीं बताया। ये सीधे यहाँ चले आए... और यहीं फँस गए।"
(DarkZael का एक आदमी, झुंझलाते हुए और पछतावे से भरकर बोलता है):
"हमसे बड़ी गलती हो गई! हमें पहले ही अपने सरदार को ख़बर भेज देनी चाहिए थी!"
Draxon (हल्की मुस्कान के साथ, तंज कसते हुए):
"काश, तुमने ये समझदारी पहले दिखाई होती। अब न तुम्हारा संदेश जाएगा... और न ही तुम्हारा सपना पूरा होगा।"
(रहस्यमयी बुज़ुर्ग, Old Kaifon और अपने सेवक को आदेश देते हैं।)
(रहस्यमयी बुज़ुर्ग Old Kaifon और सेवक की ओर मुड़ते हैं, और सख़्त लहजे में आदेश देते हैं):
"इन दोनों को पिछली कोठरी में बंद कर दो... और यहाँ तक जो भी पदचिह्न बने हैं, सब मिटा दो। कोई सुराग़ बाकी न रहे।"
(Draxon अब बुज़ुर्ग की ओर पलटता है, उसकी आँखों में सवालों की लहरें उठ रही थीं। वह गंभीर स्वर में पूछता है):
"आप असल में कौन हैं? और मैं आख़िर आज़मगढ़ सल्तनत का आख़िरी वारिस कैसे हूँ?"
"वो ख़ास तलवार 'ShadowRix'... उसका क्या रहस्य है? और आप तलवार चलाने में इतने माहिर कैसे हैं? ये सब राज़ कब खुलेंगे?"
(रहस्यमयी बुज़ुर्ग ने धीमी मुस्कान के साथ Draxon की ओर देखा। उनकी आँखों में जैसे कोई छुपा हुआ राज़ चमक उठा।)
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (शांत लेकिन असरदार स्वर में):
"सब्र रखो, Draxon... हर सवाल का जवाब मिलेगा। मगर हर सच के सामने आने का भी अपना वक़्त होता है।"
Kevin (उत्सुकता से, थोड़ा झुंझलाते हुए):
"पर वह वक़्त कब आएगा?"
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (हल्के से मुस्कुराते हैं):
"आज रात... जब खाना ख़त्म होगा। तब हर परत हटेगी।"
(Draxon और Kevin एक-दूसरे को चुपचाप देखते हैं — उनकी आँखों में जिज्ञासा, बेचैनी और हल्की घबराहट साफ़ थी। दोनों धीरे-धीरे अपने कमरे की ओर बढ़े।)
(कमरे में पहुँचते ही Kevin धीरे से बोला, उसकी आवाज़ में उम्मीद थी):
"Draxon... लगता है बहुत बड़ा रहस्य आज सामने आएगा। बस कुछ देर और... फिर सब पता चल जाएगा।"
Draxon (धीमी आवाज़ में, सोचते हुए):
"हाँ... जिन सवालों के जवाब हम इतने दिनों से ढूँढ रहे थे, शायद आज रात मिल जाएँ।"
Kevin (गंभीर लहजे में):
"हमें उनसे पूरी इज़्ज़त और धैर्य के साथ बात करनी चाहिए। मुझे लगता है, वो कोई मामूली बात नहीं बताएँगे... शायद कोई बड़ी सच्चाई हमारे सामने रखने वाले हैं।"
Draxon(कुछ उलझन में):
"लेकिन एक बात है, Kevin... जो अब तक मेरी समझ से बाहर है।"
Kevin (जिज्ञासा से):
"क्या?"
Draxon(धीरे से, नज़र झुकाते हुए):
"वो बुज़ुर्ग देखने में तो एक आम इंसान जैसे लगते हैं... पर उनकी तलवारबाज़ी... वो तो किसी शाही योद्धा जैसी थी। इतनी तेज़, इतनी साफ़ चालें... ऐसा कोई आम आदमी नहीं कर सकता।"
Kevin (सिर हिलाते हुए, उत्सुकता से):
"मैंने भी यही सोचा! जब उन्होंने DarkZael के आदमियों को रोका, तो ऐसा लगा जैसे कोई राजघराने का योद्धा लड़ रहा हो। उनमें ज़रा भी झिझक या थकावट नहीं थी।"
Draxon (हल्की मुस्कान के साथ):
"हमें ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है... आज रात सब पता चल जाएगा।"
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DarkZael की बेचैनी
(जब Draxon और Kevin अपने कमरे में बातचीत कर रहे थे, उसी वक़्त DarkZael अपने ठिकाने पर बेचैनी से टहल रहा था। उसके चेहरे पर ग़ुस्सा साफ़ झलक रहा था। लगातार अपने आदमियों से कोई ख़बर न मिलने से उसका सब्र जवाब देने लगा था।)
(उसने ग़ुस्से से अपने वफ़ादारों की ओर देखा। माथे पर पसीने की बूंदें चमक उठीं।)
DarkZael (सख़्त आवाज़ में):
"हमने सारा शहर छान मारा, लेकिन Draxon और kevin का कोई निशान नहीं मिला? आख़िर वो छिपे कहाँ हैं?"
(उसके सामने खड़ा आदमी सहम कर बोला।)
DarkZael का आदमी (डरे स्वर में):
"सरदार... आप बिल्कुल सही कह रहे हैं... हमने हर गली, हर नुक्कड़ देख लिया... मगर उनका कोई सुराग नहीं मिला।"
(DarkZael ने ग़ुस्से में अपनी मुट्ठियाँ भींच लीं। उसकी आँखों में शक और बेचैनी का अजीब मेल था।)
DarkZael(आँखें तरेरते हुए):
"कहीं ऐसा तो नहीं कि मेरे दुश्मनों ने मेरे ही बीच से उन्हें निकाल लिया हो...?"
(कमरे में सन्नाटा छा गया। सब एक-दूसरे का मुँह देखने लगे। DarkZael की साँसें तेज़ चलने लगीं।)
DarkZael (मन ही मन सोचते हुए):
"और मेरे वो दो सबसे भरोसेमंद आदमी... वो कहाँ हैं?"
दूसरा साथी (धीरे से):
"सरदार... वो दोनों जुनागढ़ शहर के बाहर Draxon और Kevin की तलाश में गए थे। लेकिन तब से उनकी कोई खबर नहीं मिली।"
(DarkZael की भौंहें टेढ़ी हो गईं। चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आईं।)
DarkZael(गंभीर लहजे में):
"मुझे शक है... उन्हें Draxon या उस रहस्यमयी बुज़ुर्ग ने पकड़ लिया है।"
एक सैनिक (चौंकते हुए):
"सरदार, क्या हमें उनकी तलाश में जाना नहीं चाहिए?"
(DarkZael ने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया।)
DarkZael:
"नहीं... फिक्र मत करो। मेरे आदमी इतने कमजोर नहीं हैं। वो हालात से निपटना जानते हैं। इस बार नहीं तो अगली चाल में... हम Draxon और उसके साथियों को ज़रूर पकड़ेंगे।"
(कमरे में सन्नाटा छा गया। सब लोग DarkZael के अगले आदेश का इंतजार करने लगे।)
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सच्चाई का समय आ गया
(रात पूरी तरह गहरा चुकी थी। बाहर हवाओं की सरसराहट थी। कमरे में जल रही मोमबत्ती की लौ हल्के-हल्के काँप रही थी। उसके पीले प्रकाश में दीवारों पर लम्बी, डरावनी परछाइयाँ नाच रही थीं। कमरे में एक अजीब-सी खामोशी थी — जैसे वक़्त भी रुक कर कुछ सुनने की कोशिश कर रहा हो।)
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (धीमे, मगर भावपूर्ण स्वर में):
"Draxon... Kevin... क्या तुम सच सुनने के लिए तैयार हो?
वो सच... जो अब तक बंद दरवाज़ों के पीछे कैद था।
जो न तुम्हारे बीते कल से अलग है... और न तुम्हारे आने वाले सफ़र से।"
(दोनों दोस्त चौंकते हैं। Draxon की साँसें तेज़ हो गईं। Kevin की आँखों में चमक आ गई।)
Kevin (धीमी लेकिन जोश भरी आवाज़ में):
"हम बहुत दिन से इस घड़ी का इंतज़ार कर रहे हैं... आज जो भी है... बता दीजिए।"
(बुज़ुर्ग के होंठों पर एक हल्की रहस्यमयी मुस्कान फैलती है। वह धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं।)
रहस्यमयी बुज़ुर्ग:
"तो चलो... मेरे साथ।"
(कमरे के कोने में एक पुराना दरवाज़ा चरमराता है। पीछे एक छोटा सा कमरा... जहाँ दीवार पर जालों से ढकी एक पुरानी तस्वीर टंगी है। बुज़ुर्ग मोमबत्ती को पास ले जाते हैं। उसका हल्का काँपता उजाला उस धुंधली तस्वीर पर गिरता है।)
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (धीमे, भेद से भरी आवाज़ में):
"यही है... वो निशानी... जो तुम्हारे खून से जुड़ी है। तुम्हारा छिपा सच... वो जो अब तक दुनिया से छुपाया गया।"
(Draxon धीरे-धीरे तस्वीर के पास गया। उसकी नज़रें उस धूल जमी पुरानी तस्वीर पर जम गईं। कमरे में गहरी खामोशी थी — बस मोमबत्ती की हल्की सिसकती लौ काँप रही थी।)
Draxon (धीमे स्वर में, हैरानी से):
"ये... ये क्या...?"
(उसकी साँसें तेज़ हो गईं। तस्वीर में तीन चेहरे थे।)
पहला चेहरा — साफ़ और जाना-पहचाना। वही रहस्यमयी बुज़ुर्ग।
दूसरा चेहरा — Kevin...! बिल्कुल वैसा ही चेहरा जैसे अब है।
और तीसरा...
(Draxon के कदम जैसे ज़मीन में धँस गए। उसकी धड़कन रुक-सी गई।)
Draxon(काँपती आवाज़ में):
"ये... मैं हूँ...? लेकिन... ये तस्वीर तो बहुत पुरानी लगती है... यह कैसे हो सकता है...?"
(उसकी आँखों में अविश्वास की चमक थी। Kevin भी तस्वीर के पास आया। उसने एक नज़र डाली... और उसका चेहरा भी सफ़ेद पड़ गया।)
Kevin (धीमे, घबराए स्वर में):
"Draxon... ये तस्वीर... ये हमें कुछ कहना चाहती है... ये कोई इत्तेफाक़ नहीं हो सकता...!"
(कमरे में एक पल के लिए नीरवता छा गई। मोमबत्ती की लौ ज़ोर से काँपी। तभी, रहस्यमयी बुज़ुर्ग ने गहरी साँस ली। उनकी आँखों में कोई पुराना बोझ चमकने लगा।)
रहस्यमयी बुज़ुर्ग (गहरे, भावपूर्ण स्वर में):
"अब समय आ गया है... सच्चाई जानने का।
तुम्हारी असली पहचान... तुम्हारा असली फ़र्ज़... सब तुम्हारे सामने खुलेगा।"
(कमरा जैसे अचानक भारी हो गया। हवा भी जैसे ठहर गई हो। Draxon और Kevin के दिल एक साथ तेज़ी से धड़कने लगे। उनकी आँखों में हज़ार सवाल थे... और आने वाले हर शब्द के लिए बेचैनी।)
:- क्या यह महज़ एक इत्तेफ़ाक़ था कि Draxon और Kevin इस रहस्यमयी बुज़ुर्ग के घर तक पहुँच गए?
या इन तीनों के बीच कोई पुराना, छुपा हुआ रिश्ता है… जो अब धीरे-धीरे उजागर होने जा रहा है?
:- क्या Draxon और Kevin सिर्फ़ साधारण दोस्त हैं… या उनकी पहचान में छुपा है कोई बड़ा राज़?
इस सच्चाई का रहस्य खुलेगा… अगले Chapter में…
Chapter 9 में…
To be Continued…