Khoye Hue Samrajya ka Rahashy - 3 in Hindi Science-Fiction by Harun Khan books and stories PDF | खोए हुए साम्राज्य का रहस्य - भाग 3

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खोए हुए साम्राज्य का रहस्य - भाग 3

अध्याय - 3: खोया हुआ नक्शा और अचानक हमला

Draxon और Kevin धीरे-धीरे Old Kaifon के पुराने घर के उस कमरे में दाख़िल हुए, जिसकी दीवारें खुद किसी राज़ को चुपचाप छुपाए बैठी थीं।
कमरा एक गहरी अंधेरे में डूबा था — इतनी कि साँसें भी घुटती हुई महसूस हो रही थीं।

 Kevin ने थरथराते हाथों से मशाल निकाली और उसे सुलगाया। धीमी लौ की टिमटिमाहट से सन्नाटा काँप उठा, और दीवारों पर नाचती परछाइयाँ किसी बीते हादसे की याद दिलाने लगीं।

जैसे ही कमरा रोशन हुआ, Draxon और Kevin एक पल को सन्न रह गए — जैसे उनकी आँखों ने किसी साजिश का टूटा हुआ नक्शा देख लिया हो।

फर्श पर किताबों के फटे पन्ने बिखरे थे। लकड़ी की अलमारी का दरवाज़ा टेढ़ा हो चुका था, जैसे किसी ने उसे ज़बरदस्ती खोला हो। हवा में पुराने कागज़ों की गंध थी, और हर चीज़ अस्त-व्यस्त पड़ी थी, मानो यहाँ किसी ने कुछ ढूँढा हो!

कमरे की हालत चिल्ला-चिल्लाकर कह रही थी — यहाँ कुछ ऐसा था, जिसे किसी ने हर कीमत पर ढूँढने की कोशिश की है।

Kevin (धीरे से, इधर-उधर नज़र दौड़ाते हुए) — "Draxon… कोई था यहाँ। कुछ ढूँढ रहा था — और वो चीज़ मामूली नहीं रही होगी।"

अब Draxon और Kevin को यकीन होने लगा कि Old Kaifon की बात सच थी।

Draxon(धीरे से कमरे को देखते हुए, आँखों में चिंता) -
 "हर चीज़ उलटी-पुलटी है… kevin… लगता है, कोई कुछ बेहद कीमती चीज़ ढूँढ रहा था… अब मुझे सच में यकीन हो गया कि Old Kaifon जो कह रहे थे, वह सच था।"


Kevin (सिर झुकाए, गंभीर स्वर में) — "क्या ये वही लोग थे, जिन्होंने उस रात तुम्हें घेर लिया था? शायद उन्हें भी इससे रहस्य के बारे में पता लग चुका है।"

Draxon (संदेह में): - "यह मुमकिन हो सकता है! हो सकता है कि वे खास तलवार 'ShadowRix' के बारे में कुछ ढूँढने की कोशिश कर रहे हों।

हमें भी इस जगह की अच्छे से तलाशी लेनी चाहिए। शायद हमें यहाँ कोई सुराग मिल जाए।”

इसके बाद Draxon और Kevin ने कमरे को जैसे जाँच-पड़ताल की जगह समझ लिया।
Draxon ने ज़मीन पर बिखरे पुराने कागज़ों को एक-एक कर उठाया, हर पन्ने को ऐसे पढ़ा जैसे कोई गुप्त संकेत छुपा हो।
Kevin अलमारी के पास झुक गया, जहाँ दीवार की ईंटें थोड़ी ढीली सी लग रही थीं।

इस बीच, DarkZael के जासूस और आदमी

इसी बीच, Old Kaifon के घर से कुछ ही दूरी पर, एक तंग गली की परछाईं में खड़ा था एक रहस्यमय आदमी — सिर से पाँव तक काले लिबास में लिपटा।

उसकी आँखों में दूरबीन की चमक परावर्तित हो रही थी, जैसे किसी शिकारी ने शिकार देख लिया हो।
अचानक उसके होंठ हिले — एक धीमी, सर्द फुसफुसाहट हवा में गूंज गई —

 "उन्हें मिल गया..."
फिर वह बिना किसी आहट के गली के साए में समा गया।

एक नकाबपोश सवार, हवा से बातें करता हुआ काले घोड़े पर सवार हो गया — उसकी मुट्ठी में सिर्फ एक खबर थी, और मंज़िल थी — DarkZael,
वह खबर देने के लिए वहां पहुंचा |

DarkZael का आदमी((तेज़ी से साँस लेते हुए)-
"सरदार! वह लड़का Draxon और उसका दोस्त Kevin, Old Kaifon के घर पहुँच चुके हैं।"

DarkZael (हल्की मुस्कान के साथ):-
"Draxon... यही नाम है, है न? यह बच्चा अब मेरे रास्ते में कांटा बनने चला है?
दिलचस्प... बहुत दिलचस्प। लेकिन खेल अभी शुरू हुआ है..."

(जासूस धीमे स्वर में, सिर झुकाकर):-
"सरदार, हमने उसकी हर हरकत पर नज़र रखी है। वह न सिर्फ ज़िद्दी है बल्कि काफी होशियार भी लगता है।"

DarkZael (नज़रें उठा कर):-
"वह ज़िंदा चाहिए मुझे... साँस लेता हुआ, डरा हुआ... ताकि मेरी आँखों में झाँक सके।"

(जासूस थोड़ी दबी हुई हँसी के साथ):-
"वैसे डर तो उसकी आँखों में अब से ही दिखने लग जाएगा, सरदार, बस इशारा दीजिए।"

DarkZael (थोड़ा गंभीर होते हुए):-
"लेकिन अभी उन पर हमला मत करना। उन्हें तलाश करने दो... कोई पुराना नक्शा हो, या वो तलवार से जुड़ा राज़—कुछ भी मिले, वो हमारे हाथ लगना चाहिए।

(जासूस धीरे से सिर हिलाकर):-
"समझ गया । हम उनकी हर हरकत पर नज़र रखेंगे, और जैसे ही कुछ हाथ लगे..."

DarkZael (ठंडी आवाज़ में):-
"...उन पर योजना बनाकर हमला करना, जो भी उनके हाथ लगे, उसे छीन लेना और उन्हें एक कमरे में बंद कर देना।
मैं खुद उनके मामले को बाद में देखूँगा।"

DarkZael का आदमी (थोड़ा गंभीर होते हुए):-
“जी, सरदार! जैसा आप कहें। क्या आप हमारे साथ नहीं चलेंगे?"

DarkZael (गंभीर स्वर में):
"नहीं... अभी नहीं।मेरे पास एक और अधूरी कहानी है, जिसे पूरा करना है।

तुम उन्हें कैद में डालो...
मैं तब आऊँगा, जब अंधेरा घना होगा—और मेरा स्वागत होगा उनकी चीखों से।"

इसके बाद, DarkZael के आदमियों ने निकलकर बाकी साथियों को यह योजना समझाई।

घर की पिछली दीवार पर एक परछाईं फिसली।

एक आदमी—चेहरे पर काला नकाब, आँखों में स्थिरता—धीरे से खिड़की के पास पहुँचा। वह DarkZael का जासूस था जोकि योजना के मुताबिक था,
उसने पर्दा हल्के से हटाया और कमरे के अंदर झाँका।
Draxon फर्श पर कुछ पलट रहा था, Kevin दीवार के पास कुछ पढ़ रहा था।

इसी दौरान, Draxon और Kevin

कमरे में सन्नाटा पसरा था। धूल और पुरानी लकड़ी की महक हर कोने में भरी थी।

Draxon और Kevin अब तक कागज़ों, अलमारियों और दीवारों को खंगाल चुके थे—लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा था।
हर गुज़रता पल उनकी बेचैनी बढ़ा रहा था... तभी Draxon की नज़र कोने में रखी एक छोटी सी संदूकची पर पड़ी।


Draxon (आँखों में चमक के साथ, धीरे से फुसफुसाते हुए):
"Kevin... देखो वहाँ... वो छोटी संदूकची!
कुछ तो खास है उसमें। शायद... यही वो चीज़ है जो हम ढूंढ रहे थे।"

दोनों जल्दी से संदूकची की ओर बढ़े। लेकिन वह बंद थी।

Kevin (चिंतित होकर):
"Draxon ! यह संदूकची तो बंद है। अब हमें क्या करना चाहिए?"

Draxon (धीरे झुकते हुए, संदूकची को गौर से देखकर):-

"इस पर कुछ उभरा हुआ है... कोई अजीब सी भाषा.…शायद ये ही कोई सुराग है इसे खोलने का।
ये आम संदूकची नहीं लगती, Kevin… बहुत पुरानी है, और इसका ताला भी अलग किस्म का है..."

लेकिन Draxon और Kevin, दोनों ही उस भाषा को समझ नहीं सके।

Kevin (परेशान होकर):-
"हम इस भाषा को नहीं समझ सकते... अब क्या करें?"

Draxon ने कुछ देर सोचा, फिर उसने उस जगह को पोंछा जहाँ वह अजीब भाषा लिखी हुई थी।
Draxon ने धीरे से अपनी उंगलियाँ उस धूलभरी सतह पर फेरीं।
जैसे ही उसने उस शब्दों पर हाथ फेरा, एक झिलमिलाहट सी उठी... और वह पूरी लिखावट हवा में घुल गई।

Kevin (आँखें फाड़ते हुए, घबराए स्वर में):
"Draxon ... ये क्या था? वो... खुद ही मिट गया! ऐसा कैसे हो सकता है?"

Draxon (धीरे से, गहरी आवाज़ में):
"यह कोई आम भाषा नहीं थी... मुझे यकीन है Old Kaifon ने इसे किसी खास तरीके से छुपाया होगा—ताकि कोई दुश्मन इसे न खोल सके।

उन्होंने इसे सिर्फ़ सही व्यक्ति के लिए सुरक्षित किया है... शायद हमारे लिए।"


Kevin (धीरे से पास आकर, आँखें चौड़ी करते हुए):
"अली... रुको! अब कुछ और उभर रहा है... देखो, यहाँ लिखा है —

‘संदूकची खोलने के लिए इसे पलटकर नीचे देखो।'
ये तो जैसे खुद हमसे बात कर रही हो..."

जैसे ही उन्होंने संदूकची को पलटा, एक छोटा सा छेद नज़र आया — बिल्कुल एक चाबी के आकार का।
और वहाँ... एक पुरानी, जंग लगी चाबी, पहले से ही रखी थी — मानो वो उनके ही आने की प्रतीक्षा कर रही हो।

Draxon (साँस रोकते हुए) ने चाबी को उठाया और ताले में डाला।
जैसे ही उसने उसे घुमाया, एक धीमी सी कंपन कमरे में गूंजने लगी।

'क्लिक!' 
की आवाज़ के साथ ही ढक्कन खुद-ब-खुद चरमराते हुए थोड़ा ऊपर उठा—
जैसे किसी गहरे रहस्य ने सदियों की नींद से आँखें खोली हों।

संदूकची का रहस्य

संदूकची के भीतर, एक पुराना, पीले रंग का मोड़ा हुआ काग़ज़ पड़ा था —
उसके पास ही एक चमड़े के खोल में लिपटा हुआ एक नक्शा था, जिस पर धुंधले अक्षरों में कुछ लिखा था।
पत्र की मोहर अभी भी सही सलामत थी — उस पर वही निशान था जो Old Kaifon की अंगूठी पर था।

Draxon ने काँपते हाथों से पत्र को खोला। काग़ज़ पुराना था, किनारों से जला हुआ सा, और स्याही कुछ जगहों पर धुंधली पड़ चुकी थी।

उसने गहरी साँस ली और पढ़ना शुरू किया:
"अगर तुम यह पढ़ रहे हो, Draxon ... तो इसका मतलब है कि तुम उस राह पर बढ़ चुके हो, जहाँ पीछे लौटने का कोई रास्ता नहीं।

वह तलवार, जिसकी खोज में तुम निकले हो, यूँ ही हाथ नहीं लगेगी।
उसके पीछे एक रहस्य है—जिसे सिर्फ़ एक बुज़ुर्ग जानता है।

जब तुम खुद को एक बंद कमरे में फँसा पाओगे... वही पल तुम्हें उस बुज़ुर्ग के पास ले जाएगा।
इस नक्शे का ख्याल रखना... यह तुम्हारी पहली और आखिरी कुंजी हो सकती है..."


आगे के शब्द धुंधले हो चुके थे और पढ़ने में नहीं आ रहे थे।


Draxon और Kevin पर हमला

परछाइयाँ घर की दीवारों पर रेंग रही थीं।
बाहर कोई सरसराहट हुई —

Kevin ने अचानक खिड़की से झाँका और धीमे स्वर में बोला:-
“Draxon ... लगता है कोई हमारी निगरानी कर रहा है...”

उसी पल—घर की छत से एक परछाई नीचे कूदी।दो आदमी पीछे के दरवाज़े से घुस चुके थे।
DarkZael के आठ आदमियों ने पूरे घर को घेर लिया था।
चार अंदर आने के लिए तैयार थे — आँखों में हिंसा, हाथों में तलवारें।

Draxon (धीरे लेकिन घबराहट से भरे स्वर में, सतर्क होकर):
“Kevin... ठहरो। कोई आ रहा है... ये कदमों की आवाज़ है—बहुत तेज़। चार-पाँच लोग होंगे।”

Kevin (आँखों में डर और माथे पर पसीना):
“अब क्या करें?”

Draxon (फुसफुसाकर):
“छिप जाओ। अलमारी के पीछे मैं देखता हूँ…”! 
जबकि Kevinने दरवाजे के पीछे पनाह ले ली।


दोनों ने साँसें रोक लीं, और अगले ही पल—
दरवाज़ा धड़ाम से टूटा—चार नकाबपोश अंदर घुसे।

एक ने आगे बढ़ते ही बोला: 

“वो यहीं हैं! तलाशी लो!”

Kevin ने दरवाज़े के पीछे से अचानक छलांग लगाई और पीछे वाले आदमी को ज़ोर से धक्का दिया।
वो सीधा सामने वाली मेज़ से टकराया और नीचे गिर पड़ा।

उसी पल Draxon अलमारी के पीछे से निकला, और सामने वाले पर बिजली सी तेजी से वार किया—तलवार की चमक आँखों को चीरती हुई निकली।
धातु की आवाज़ गूंजी—टक्कर हुई, चिंगारियाँ उड़ीं।

लेकिन तभी—एक और आदमी ने पीछे से Draxon पर झपट्टा मारा!
Draxon झुका, और तलवार उसके सिर के ठीक ऊपर हवा में लहराई।
वह पलटा और कोहनी से हमला करने वाले के पेट पर वार किया।

अब चारों तरफ से तलवारें लहराने लगी थीं!
धुएँ, धूल और शोर के बीच Draxon और Kevin एक-दूसरे की पीठ से टिके खड़े थे—
चारों ओर से घिर चुके थे।

हर दिशा से खतरा बढ़ रहा था...



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अब क्या होगा ?

:-कमरे में अब सिर्फ़ धुएँ की गंध और तलवारों की झनझनाहट रह गई थी...
क्या Draxon और Kevin इस जाल से निकल पाएंगे?

:_क्या नक्शा दुश्मनों के हाथ लगेगा?
और वह रहस्यमयी बुज़ुर्ग... क्या वे अभी भी इंतज़ार कर रहे हैं?

या फिर सब कुछ एक जाल था...?

जानने के लिए पढ़िए,

अध्याय 4!
To be continued…