Tera Mera Safar - 6 in Hindi Love Stories by Payal Author books and stories PDF | तेरा मेरा सफ़र - 6

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तेरा मेरा सफ़र - 6

Ep 6 – अनकहे एहसास और पहली नज़र



अगली सुबह होटल की लॉबी में हल्की हलचल थी। कॉन्फ़्रेंस के लिए नए मेहमान आ चुके थे, और स्टाफ पूरी तरह ready था। कियारा ने अपनी शिफ्ट संभाली, लेकिन उसके मन में अब भी पिछली रात की हल्की दस्तकें गूंज रही थीं। आदित्य की बातें और अयान की calm presence बार-बार उसकी याद में आती रही।

लॉबी की बड़ी खिड़कियों से सुबह की धूप हल्की-हल्की झलक रही थी। कियारा ने notices किया कि अयान अपने office से बाहर आए। उनका calm walk, straight posture और focused नजरें—सब कुछ जैसे अपने आप में एक aura पैदा कर रहे थे। कियारा का दिल अनायास तेज़ धड़कने लगा।

आज कियारा का काम थोड़ा कम था, इसलिए उसने लॉबी की तरफ़ जाकर अयान को observe किया। उसने ध्यान दिया कि अयान हर detail पर नजर रखते हुए staff के साथ casually बातें कर रहे थे। उनका calm attitude और subtle smile—कियारा के लिए जैसे magnetic force बन गया था।

कुछ देर बाद, अयान ने अपने office से निकलकर सीधे कैफे की तरफ़ कदम बढ़ाए। कियारा ने खामोशी में उनके पास देखा। अयान ने हल्की नज़र उठाई और मुस्कुराए, लेकिन उनके चेहरे पर कोई forced expression नहीं था—बस natural confidence और warmth।

“Good morning,” अयान ने सहजता से कहा।
“Good morning, sir,” कियारा ने professional अंदाज़ में जवाब दिया, लेकिन उसकी नज़रें उनके चेहरे पर टिक गईं।

काफी देर तक दोनों बस खामोश रहे। लॉबी में हल्की हलचल थी, बाहर से आती हवा और समंदर की हल्की लहरों की आवाज़—सब मिलकर माहौल को peaceful बना रही थीं।

अयान ने धीरे से पूछा, “कॉन्फ़्रेंस का preparation smooth चल रहा है?”
कियारा ने सिर हिलाया। “हाँ, सब ठीक है। आपकी guidance हमेशा helpful रहती है।”

अयान की हल्की मुस्कान ने कियारा के दिल को अजीब सा छू लिया। उसकी professional efficiency के पीछे छुपी warmth को महसूस करना, कियारा के लिए अनजाने आकर्षण का पहला संकेत था।

थोड़ी देर बाद, अयान ने casually कहा, “Yesterday I noticed your way of handling the guest queries… बहुत अच्छा approach है। Staff भी impressed हुए होंगे।”
कियारा को थोड़ी embarrassment हुई, लेकिन दिल में satisfaction भी था। “ये तारीफ बस professional नहीं, लगता है genuine थी,” उसने सोचा।

समय धीरे-धीरे बीतता गया। अयान ने थोड़ा आराम लिया और बाहर की तरफ़ देखा। कियारा ने महसूस किया कि उनका calm demeanor और subtle gestures जैसे उसके मन के भावों को पढ़ रहे हों।

दिन के अंत में, कियारा अपने office की तरफ़ लौटते हुए खिड़की से बाहर देख रही थी। समंदर की हल्की चमक और हवा में तैरती खुशबू ने उसके भीतर के अनकहे एहसास को और गहरा कर दिया।

उसने खुद से फुसफुसाया,

“कुछ एहसास लफ़्ज़ों में नहीं ढलते,
वो रूह के भीतर ही चुपचाप कहानी कहते।
शायद यही खामोश धड़कनें हैं,
जो मेरे दिल की अनसुनी दास्तान लिख रही हैं।
क्या ये वही अनकहे एहसास हैं,
जो मेरी ज़िंदगी में एक नया chapter खोल देंगे?”


To Be Continued…

क्या कियारा और अयान के बीच ये अनजाना सा खिंचाव सिर्फ़ professional boundaries की हद तक सिमट कर रह जाएगा,
या फिर ये हल्के-हल्के पलों में जन्म लेता connection,
किसी अनकही मोहब्बत की ओर पहला कदम साबित होगा?

क्या ये subtle नज़रें और अनकहे जज़्बात बस एक fleeting moment होंगे,
जो समय के साथ धुंधले पड़ जाएँगे,
या फिर यही वही एहसास हैं जो उनके दिलों की धड़कनों को एक-दूसरे से जोड़ देंगे?

जवाब आने वाले कल में छिपा है…
शायद किसी मुलाक़ात में, शायद किसी खामोशी में…
या शायद उन लम्हों में, जहाँ दोनों अपनी दुनिया को भूलकर
सिर्फ़ एक-दूसरे की मौजूदगी महसूस करेंगे।