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पहले
ईशा अर्जेंटीना में बने सम्राट के विला में वेटर बनकर लगभग तीन महीने से काम कर रहीं है l अब वह हाथ में खाने की की ट्रॉली पकड़े सम्राट के कमरे में आती है तो देखती है कि सम्राट कमरे में नहीं है l कुछ सेकण्ड्स तक वहीं खड़ी रहकर सम्राट का इंतज़ार करती है l सम्राट बाथरोब पहने बाथरूम से निकलता है और फिर वैट्रेस की वेशभूषा पहने ईशा को ड्रिंक बनाने के लिए कहता है, ईशा वहीं करती है और फिर ड्रिंक का गिलास सम्राट की तरफ लेकर बढ़ती है l सम्राट उससे गिलास ले लेता है और जैसे ही वह ईशा की तरफ पीठ करता है, ईशा ट्रॉली में टॉवल के नीचे छिपे चाकू को पकड़कर उसकी पीठ पर मारने ही वाली होती है कि तभी सम्राट ड्रिंक का गिलास हाथ से छोड़ता है और ईशा का हाथ पकड़कर उसे ऐसे घुमाता है कि चाकू उसकी गर्दन पर रख देता है, “ओह तुम तो मुझे मारने आई हो, “ “हम्म मैं तुम्हें जान से मारने आई हूँ l” ईशा गुस्से में कहती है l अब सम्राट ने एक हाथ से ईशा की कमर से पकड़ रखा है तो वहीं दूसरे हाथ से ईशा की गर्दन पर चाकू रख रखा है l अब सम्राट चाकू से ईशा की गर्दन पर हल्का सा कट का निशान डाल देता है और तभी उसके मुँह से चीख निकलती है, अब वह ईशा को बिस्तर पर धकेल देता है और खुद उसके सामने रखे सोफे पर एक टाँग के ऊपर एक टाँग रखकर आराम से बैठ जाता है और चाकू को हाथ में घुमाते हुए उसे नफरत से देखती ईशा को कहता है,
“नाम ईशा राठौर”
“काम : पुलिस की स्पेशल स्क्वॉड टीम का हिस्सा थी l”
“माँ-बाप नहीं और.........” “ बकवास बंद करो,” ईशा चिल्लाई, “मेरे बारे में मुझे बताकर क्या साबित करना चाहते हो l” ईशा अब बेड खड़े होने की कोशिश करती है l
“यही कि सम्राट की सल्तनत में कोई परिंदा भी आ जाये तो उसकी वह जन्म कुंडली निकाल लेता है तुम तो फिर भी एक इंसान हो, वैसे मुझे मारने की कोई खास वजह ?” सम्राट ईशा को बुरी तरह घूर रहा है l
“तुमने मेरे भाई ईशान राठौर को जान से मारा है l”
“ओह !!! तो तुम ईशान की मौत का बदला लेने आई हूँ l” उसने आँखो से आग उगलती ईशा को देखकर कहा तो वह चिल्लाते हुए बोली, “या तुम मुझे मार दो क्योंकि अगर मैं ज़िंदा रही तो तुम्हें मार दूंगी l” अब सम्राट सोफे से उठा और अपने लिए ड्रिंक बनाते हुए बोला, “मैंने तुम्हारे भाई को नहीं मारा l”
“तुम झूठ बोल रहे हो, “ ईशा ने टेबल पर रखे चाकू को देखते हुए कहा l
“मैं छह महीने से अर्जेंटीना में ही हो और जिस कोलकाता में यह वारदात हुई उसमे मेरा कोई हाथ नहीं है l” सम्राट ने ड्रिंक का एक घूँट पीते हुए कहा तो ईशा बोल पड़ी, “तुम्हें लगता है मैं तुम पर यकीन कर लूँगी, तुम भी गफ्फूर भाई के साथ मिले हुए थें l” ईशा अब भी गुस्से में है l
“सम्राट कभी किसी को सफाई नहीं देता, समझी, मेरे नाम पर जिस किसी ने भी यह गंदगी फैलाई है उसकी मुझे भी तलाश है l अब वह वापिस सोफे पर आकर बैठ गया और ईशा को देखते हुए बोला, किसी ने मेरे चेहरे का सिलिकॉन मॉस्क पहने वह मीटिंग की थी और तुम्हारे भाई और बाकी लोगों को भी उसी ने मारा था, सम्राट देश का गोल्ड तो ला सकता है, मगर देश को बेचने का काम नहीं करता, मेरे बाप ने मुझे यह नहीं सिखाया है l” ईशा अभी भी सम्राट के जवाब से संतुष्ट नहीं है और यह बात सम्राट को भी समझ आ गई है l उसने एक घूँट ड्रिंक का पिया और ईशा को घूरते हुए कहा, “अगर तुमने दोबारा मुझे मारने की कोशिश की तो मैं तुम्हें मार डालूँगा और मुझे तब यह भी लिहाज़ नहीं होगा कि तुम्हारे इस बदन में एक जान और पल रही है l” ईशा उसकी बात का मतलब समझती, इससे पहले ही सम्राट बोल पड़ा, “मुझे पता है कि तुम प्रेग्नेट हूँ , इसलिए एक मौका दे रहा हूँ अभी के अभी यहाँ से चली जाओ और मेरे ख्याल छोड़कर इस बच्चे का ध्यान रखो l” यह सुनकर ईशा ने अपने पेट पर हाथ रखा तो उसकी आँख में आँसू आ गए और वह अश्विन को देखते हुए वर्तमान में वापिस आ गई l “ईशा हमारा बच्चा !!!” “यसl” ईशा के यह कहते ही अश्विन ने उसे गले लगा लिया l “कहाँ है वो?” “ मेरी फ्रेंड के पास स्पेन में है, दो दिन बाद यहाँ आ जायेगा l “ अब अश्विन ने उसके होंठ चूमते हुए कहा, “तुम्हें मेरे पास लौट आना चाहिए था l” “ मैं बहुत डर गई थी मुझे लगा हमारा बेटा ईशान यहाँ सेफ नहीं है l” “ ईशान तुमने उसका नाम ईशान रखा है?” ईशा ने हाँ में सिर हिलाया तो अश्विन ने उसे फिर से गले लगा लिया l
अब अश्विन कुछ सोचते हुए गंभीरता से बोला, “मुझे सम्राट पर यकीन नहीं है l” “हम्म पर उसकी आँखों में मैंने एक सच्चाई देखी थी l” अश्विन अब भी उलझा हुआ है l तभी ईशा ने घड़ी में टाइम देखते हुए कहा, “मुझे जाना होगा, मुझे अमित को भी सच्चाई बतानी है कि मैं उससे शादी नहीं करसकती l” यह कहकर ईशा तो चली गई पर अश्विन उसकी कहीं बात के बारे में सोचता रहा और किसी नतीजे पर नहीं निकला, “अगर एक परसेंट मान भी लूँ कि सम्राट उस वक्त कोलकत्ता में वहाँ नहीं था तो फिर वह कौन था जो गफ्फूर भाई के साथ मिला हुआ था l”
ईशा ने अमित को सोने से पहले बहुत बताने की कोशिश की कि वह उससे शादी नहीं कर सकतीl मगर वह अपने दोस्तों में कुछ ज्यादा घिरा हुआ था और फिर नशे के प्रभाव से ईशा की बात सुने बिना ही सो गयाl
अगली सुबह अश्विन के चेहरे पर रौनक देखकर अनुज ने उसके खुश होने का कारण पूछा तो उसने ईशा से हुई उसकी कल रात की मुलाकात के बारे में बता दिया तो अनुज ने खुश होते हुए उसे गले लगा लियाl तभी उन दोनों दोस्तों की नज़र गेट से अंदर आती सिंघल फैमिली पर गई तो अश्विन समझ गया कि ईशा अमित को अभी शादी के लिए मना नहीं कर पाई हैl माया और शनाया अश्विन और अनुज को देखकर हैरान है तो वहीं अमित, रोमा और रवीश सिंघल के गले लगकर उनसे मिल रहा हैl “यार! अश्विन इन सिंघल को कैसे हैंडल करना है? “ “कुछ न कुछ तो करना पड़ेगा, खासतौर से इस शनाया सिंघल काl” जहाँ माया अश्विन को देखकर मुस्करा रही है, वहीं शनाया रेवा को ऐसे घूर रही है जैसे उसे पहले से जानती होl