TOOTE HUE DILON KA ASHPATAAL - 25 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | टूटे हुए दिलों का अस्पताल - 25

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टूटे हुए दिलों का अस्पताल - 25

टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 25


पिछले एपिसोड में: अस्पताल में एक धमाका हुआ, जिससे मरीजों और स्टाफ में दहशत फैल गई। आदित्य को एक मैसेज मिला—"ये तो सिर्फ शुरुआत है, डॉक्टर आदित्य!" भेजने वाला था—भावेश!



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खौफ और अनिश्चितता


धमाके के बाद पूरा अस्पताल अफरातफरी में था। मरीजों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जा रहा था, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह था—आखिर यह हादसा हुआ कैसे?


आदित्य ने अपने स्टाफ को बुलाया।


"हमें हर CCTV फुटेज चेक करनी होगी," उसने कहा।


नव्या ने कंप्यूटर ऑन किया और धमाके से कुछ घंटे पहले की फुटेज देखनी शुरू की। अचानक स्क्रीन पर डॉक्टर सुदर्शन दिखाई दिया, जो अस्पताल के इलेक्ट्रिकल पैनल के पास खड़ा था।


"यही है हमारा गुनहगार!"



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साजिश का पर्दाफाश


आदित्य और नव्या ने बिना देरी किए सुदर्शन को ढूंढा, लेकिन वह गायब था।


"शायद वह भागने की कोशिश कर रहा है," नव्या ने कहा।


आदित्य और सुरक्षाकर्मी उसे पकड़ने के लिए दौड़े। लेकिन तभी—


"ठहर जाओ वरना यह डॉक्टर नहीं बचेगा!"


सुदर्शन ने एक जूनियर डॉक्टर को पकड़ रखा था और उसके गले पर चाकू रखा था।


"अगर किसी ने मुझे पकड़ने की कोशिश की, तो मैं इसे खत्म कर दूँगा!"


आदित्य ने शांत स्वर में कहा, "तुम भाग नहीं सकते, सुदर्शन। पुलिस को बुलाया जा चुका है।"


सुदर्शन हँसा, "मुझे पकड़ोगे? तुम नहीं जानते कि मैं किसके लिए काम करता हूँ।"


"हमें सब पता है। तुम भावेश के लिए काम कर रहे हो!"


सुदर्शन चौंक गया।


"तो तुम जान चुके हो?"


"हाँ, और अब तुम्हें जेल जाना होगा।"


सुरक्षाकर्मियों ने धीरे-धीरे सुदर्शन की ओर बढ़ना शुरू किया। अचानक उसने डॉक्टर को छोड़कर भागने की कोशिश की, लेकिन आदित्य ने उसे धर दबोचा!


पुलिस मौके पर पहुँची और सुदर्शन को गिरफ्तार कर लिया गया।



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भावेश की धमकी


लेकिन यह खत्म नहीं हुआ था।


आदित्य को अपने फोन पर फिर से एक मैसेज मिला—


"तुमने मेरे आदमी को पकड़ लिया, लेकिन तुम मुझे नहीं रोक सकते। अगला वार अस्पताल पर नहीं, तुम पर होगा!"


आदित्य को पहली बार एहसास हुआ कि अब लड़ाई अस्पताल से निकलकर उसकी ज़िंदगी पर आ गई थी।



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अगली सुबह – नया तूफान


आदित्य रातभर जागा था। वह अस्पताल की सुरक्षा को लेकर चिंतित था, लेकिन अब बात उसकी खुद की जान पर आ चुकी थी।


सुबह होते ही एक नया केस सामने आया। एक महिला को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था।


"डॉक्टर... मेरा बच्चा..." महिला दर्द से कराह रही थी।


"शांत हो जाइए, आप सुरक्षित हैं," नव्या ने कहा।


लेकिन जैसे ही नव्या ने उसकी जाँच शुरू की, उसकी आँखें फटी रह गईं।


महिला के गले पर एक कट का निशान था, जैसे किसी ने उसे मारने की कोशिश की हो!


"ये कोई आम मामला नहीं है," आदित्य ने कहा। "हमें इसे गंभीरता से लेना होगा।"


लेकिन जैसे ही आदित्य ने महिला के पति का नाम पूछा, जवाब सुनकर उसके होश उड़ गए—


"भावेश..."


आदित्य का दिल तेजी से धड़कने लगा।



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भावेश की नई चाल


"ये कौन है?" आदित्य ने पूछा।


महिला ने कांपते हुए जवाब दिया, "मैं... मैं भावेश की पत्नी हूँ!"


"क्या?" नव्या और आदित्य दोनों चौंक गए।


"भावेश ने मुझ पर हमला किया," महिला ने कहा। "वो किसी भी हद तक जा सकता है... कृपया मेरी मदद कीजिए!"


अब स्थिति और भी खतरनाक हो चुकी थी। भावेश की पत्नी अस्पताल में थी, घायल थी, और सबसे बड़ा सवाल यह था—


क्या भावेश ने सच में उस पर हमला किया था? या यह किसी और बड़ी साजिश की शुरुआत थी?


आदित्य को अब न सिर्फ अस्पताल, बल्कि खुद को और अपने लोगों को भी बचाना था।



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क्या

भावेश अपनी ही पत्नी को मारने की कोशिश कर सकता है?


या ये सिर्फ एक नया जाल है?


जानने के लिए पढ़िए – एपिसोड 26!