Ek Musafir Ek Hasina - 11 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 11

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 11

11

क्या है???

 

अब अनुज बड़ी  ही सावधानी  से थर्ड फ्लोर  पर लिफ्ट से बाहर  निकला और  उस फ्लोर  के कोने  वाले रूम  की ओर  धीरे-धीरे  बढ़ने  लगा I  कुछ ही सेकण्ड्स  में  रूम के बाहर  पहुँचकर उसके कदम ठिठक  गए क्योंकि  वह कमरे  से आती आवाजों को सुनने  की कोशिश  कर रहा है I

 

“तू घबरा  मत किसी  को पता नहीं  चलेगा!!”

 

“काश!! अगर  यह सब न हुआ  होता  तो इस हॉस्पिटल  में  एडमिट  होने की नौबत  नहीं आती बल्कि  हम कोई और ही  ज़िन्दगी  जी रहे होते I”

 

“अरे छोड़ ना  यार !!  जो होता है, अच्छे  के लिए होता  है I नरकों  की आग  में  सड़ेगा, कमीना  कही काI अच्छा  हुआ जो अपने  अंजाम  तक पहुँच  गया I”

 

अब अनुज  से रहा नहीं गया तो उसने जल्दी से गेट  खोल दिया तो उसके सामने  बेड  पर लेटी शुभांगी  और  उसके साथ खड़ी रीना  के अनुज  को देखकर होश  उड़  गए I शुभांगी  उठती इससे पहले अनुज ने उसे लेटे  रहने  का ईशारा  कर दिया और रीना गुस्से  से तमतमायी  रीना  की तरफ देखकर बोला, “आप दोनों यहाँ  क्या कर रही है? “ “आप तो हमारे  पीछे  ही पड़  गए  है I” रीना चिल्लाई I “मिस रीना, अपनी  आवाज़  नीचे  रखें, मैं अभी भी  ऑन  ड्यूटी  ही  हूँ I”   अब रीना ने अपना  गुस्सा  पीते  हुए ज़वाब  दिया, “वो शुभांगी  का अपेंडिक्स  का ऑपरेशन था, इसलिए  वो एडमिट है I “ अनुज  ने रीना को घूरा  और फिर शुभांगी  की तरफ देखते हुए बोला,  “मैं  सिर्फ  नर्स  के मुँह  से आपका नाम  और आपके रूम  का नंबर सुनकर पहुँच  गया हूँ पर आप भी जानती है कि  अगर  मैं डॉक्टर  से पूछूँगा  तो वह मुझे सच  बताने  से पीछे  नहीं हटेगी I” “वो कुछ नहीं बता सकती, उन्होंने हमारे  साथ अग्रीमेंट  किया है I”  रीना के सुर  अब  भी तेज़  है I “मिस रीना, अगर उन्हें  पता चलेगा  कि शुभांगी उस अमन  की एक्स मंगेतर  है जिसका कुछ दिन पहले  ही क़त्ल हुआ है तो वह अपना  मुँह खोलने में देर नहीं करेगी , यह कहते  हुए  अमन के चेहरे  के हाव-भाव  बड़े  सख़्त है I

 

 अब शुभांगी  ने  अनुज को देखा और आँखों  में   नमी लिए बोली,  “सर रीना झूठ बोल रही है, मेरा अपेंडिक्स  का ऑपरेशन नहीं  हुआ है I  दरअसल  मैं प्रेग्नेंट  थी, “ उसने हिचकिचाते  हुए कहा तो अनुज गंभीर होकर शुभांगी  की तरफ देखने लगा,

 

“सर यही सच है, मैं अमन  के बच्चे  की माँ  बनने  वाली  थी पर अब मुझे  यह बच्चा गिराना  पड़ा I”

 

“मुझे अफसोस  है,” अनुज  ने हमदर्दी भरी  नज़र शुभांगी  पर डाली  और फिर कुछ सोचते हुए  बोला, “आपको कब पता चला कि  आप प्रेग्नेंट  है?”

 

“सर जिस दिन अनुज का मर्डर हुआ था, उसी शाम और आपको अब समझ  आ गया होगा कि मेरा यहाँ एडमिट  होना बहुत ज़रूरी  था I” 

 

“जी मैं आपकी हालत  अच्छे से समझ सकता हूँ, अब आप आराम करें I “  उसने जाते हुए एक नज़र  रीना  पर डाली   जो अब भी  अनुज  को गुस्से से घूर रही है I   अनुज  अब एक बार फिर शुभांगी  को अपना  ख्याल   रखने  का कहकर  वापिस   कोमल  के वार्ड की तरफ आ गया I

 

अगली सुबह यश ने बताया कि  “मेहुल  का स्केच  हर जगह, हर गली-नुक्कड़ और दीवार पर चिपका   दिया गया है बहुत जल्द कोई न कोई खबर  मिल ही जाएगी I “ “यश उसके फ़ोन को भी चेक  करते रहो, “ “सर मुझे लगता है, उसने वह नंबर यूज़  करने के बाद, उसकी सिम  निकालकर फ़ेंक  दी  है I” “ मुझे भी यही लगता हैI”  अनुज ने उसकी बात से सहमति  जताई  I  जहाँ  पुलिस  पूरी  मुस्तैदी  से मेहुल  को ढूँढ  रही  थी वहीं  मेहुल  एक घर में  चोरो  की तरह छुपा  किसी  को फ़ोन करता है I

 

“हेल्लो !! अब मैं क्या करो, पुलिस  बुरी  तरह  मुझे ढूंढ  रही है I” उसकी आवाज़  में  घबराहट  है I

 

“कुछ नहीं होगा, थोड़े  दिन में  सब भूल जायेगे I  तुम बस उस घर से मत निकलना I  बहुत जल्दी  तुम्हारे इस शहर  से निकलने का इंतज़ाम  हो जायेगा I”  यह सुनकर मेहुल को तस्सली  हुई I 

 

अब अश्विन  और अनुज पुलिस  स्टेशन में  बैठकर  चाय  की चुस्कियाँ  ले रहें हैं  कि  तभी यश  ने आकर एक और चौकाने  वाली  खबर दी,  “सर प्रीति और अनुराग के गाड़ी में किलर  उन दोनों  के जिम के बाहर से  दाखिल हुआ था I”  “क्या दोनों  के जिम  एक ही थें? “ “ नहीं अश्विन  अलग-अलग  थें I “ अनुज  ने जवाब  दिया I  “वैसे सही मायने  में  देखा जाये तो हमे जितनी लीड  अमन  के केस में  मिली है I  इन  दोनों के केस  में  नहीं मिली I”  “क्यों?” अश्विन  का सवाल  है I  अनुराग  का अपना  घर था,  वह जैसे ही जिम से घर पहुँचा  उसकी गाड़ी  में  उसका मर्डर हो  गया I  और उसका घर वहां था, जिस गली में सिर्फ चार-पांच  मकान  थें, ना कोई कैमरा और  ना  है कोई गार्ड या गवाह  I  यही  हालात  प्रीति  के भी थें  और प्रीति  के मौत के बाद लगा यह  किसी सीरियल  किलर  का काम  है I”  अनुज ने एक गहरी  साँस लेते हुए कहा I   “तो मेरे दोस्त!! इस बार अश्विन  का मैजिक  काम आने आ गया I” यह सुनकर अनुज  हँसने  लगा  और  फिर उसने बातों  ही बातों  में  शुभांगी  के  प्रेग्नंट  होने की खबर  भी सुनाई तो उसने मुँह बनाते  हुए  कहा, “क्या कर  सकते  है, दुनिया ऐसी  ही है I” “ तू सही  कह रहा है, वैसे  अश्विन  तूने  आज तक नहीं बताया कि तेरे और ईशा  के बीच  हुआ क्या था ?”  “छोड़  न,  मुझे उस बारे  में  बात  नहीं करनी I”  अब अनुज ने इस बात के लिए अश्विन पर ज़्यादा  ज़ोर देना ठीक नहीं समझा पर उसके चेहरे  पर ईशा  का नाम सुनकर अनुज को अजीब सी  कुंठा  नज़र  आ रही  है I

     

 

राघव  माया और अभिरंजन  की हर खबर  अश्विन   दे रहा है और अश्विन  को यह खबर  सुनकर समझ आ रहा है कि  अभी फ़िलहाल  माया  और उसके जासूस से सम्बंधित कोई दिलचस्प बात नहीं हैI उसने फिर भी उसे उन दोनों  पर  लगातार नज़र रखने की हिदायत दी I शाम  को अश्विन  जब किसी  से मिलने के लिए  पुलिस  स्टेशन से निकंलने ही वाला था कि  तभी अनुज को एक फ़ोन आया और  उस फ़ोन से  जो खबर  मिली, उसे सुनकर उसके पैरो  तले  ज़मीन खिसक गई और अश्विन  उसके  चेहरे के बदले हावभाव   को देखकर उससे पूछने  लगा कि “आख़िर ऐसा  क्या सुन  लिया तूने अनुज !!!”