10
मजबूर
करीब दो घंटे बाद शिवाकांत हाथ में एक फाइल लिए पुलिस स्टेशन में पहुँच गया, अनुज ने उसे गौर से देखा तो वह अधेड़ उम्र का और थोड़ा बौने कद का आदमी I अब अनुज ने उसे बैठने के लिए कहा I उसके बैठते ही अनुज ने शिवाकांत से सवाल पूछना शुरू कर दिया,
“शिवाकांत वो पीली रंग की सैंट्रो आपकी है?”
“सर गाड़ी तो मेरी है लेकिन ...!!!”
“लेकिन क्या?? उसके बोलने से पहले ही अनुज ने अपनी बात बोल दी I
“सर दरअसल मैं लोगों को किराए पर गाड़ी देने का काम करता हूँ इसलिए मैं आपकी जानकारी के लिए अपनी फाइल लाया हूँ जिसमे हम सब रिकॉर्ड रखते है I” उसने फाइल उसकी तरफ करते हुए कहा I अनुज ने 7 दिसंबर का रिकॉर्ड देखा तो वह गाड़ी किसी मेहुल कुमार ने ली थी फिर उसका साथ में लिखा फ़ोन नंबर देखकर अनुज ने उसे फ़ोन मिलाया तो फ़ोन बंद जाने की सूचना सुनाई देने लगी I फिर उसने उसका अड्रेस देखा तो वह बड़ी ही गन्दी हैंडराइटिंग में लिखा था जिसे समझ पाना बहुत मुश्किल था I “डेमिट !! मिस्टर शिवाकांत क्या आप उस आदमी का स्केच बनवा सकते हो ?”
“जी सर!! वैसे वह कोई 27-28 साल का लड़का था I रात को गाड़ी लेकर गया और सुबह गाड़ी लौटा दी I” अब अनुज ने सुनील को बुलाकर शिवाकांत को स्केच बनवाने के लिए आर्टिस्ट के पास लेकर जाने के लिए कहा I उसके जाते ही अनुज ने एक गहरी साँस ली और फिर कोमल की माँ को फ़ोन मिलाकर कोमल का हालचाल पूछने लगा I
अश्विन होटल शेग्रिला के रिसेप्शन पर गया और वहाँ बैठी खूबसूरत लड़की से बोला, “कल जो शख्स टेबल नंबर 11 पर बैठा था, क्या आप उसके बारे में बता सकती है?” “ सॉरी सर, हमें इसकी परमिशन नहीं है I अब उसने अपना आईडी दिखाया तो वह सकपकाकर अपने लैपटॉप पर देखने लगी I “सर उनका नाम अभिरंजन चौधरी है? “ “क्या वो यहाँ आएंगे?” सर वो इस समय अपने रूम नंबर 101 में है जो दसवें फ्लोर पर है I “ “और मिस माया? “ “वह भी अपने रूम में है I” उस लड़की ने मुस्कुराते हुए उसके सवालों का जवाब दिया I अब अश्विन लिफ्ट से ऊपर की ओर जाने लगा और फिर उसने अभिरंजन के रूम का दरवाजा नॉक किया तो उसने कुछ मिनट बाद अपने रूम का दरवाजा खोला और वह अश्विन को पहचान गया, अब उसने उसे अंदर आने के लिए रास्ता दे दियाI अब वे दोनों बैडरूम के साथ बने ड्राइंग रूम में गए तो वह बोला,
“आइए!! मिस्टर अश्विन!! मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँI”
“आप तो मेरा नाम जानते है? अभिरंजन चौधरी ने बैठते हुए कहाI”
“मैं आपको भी जानता हूँ, आप एक काबिल, बहादुर और ईमानदार पुलिस ऑफिसर हैI “कॉफी लेंगें?” अब उसने कॉफ़ी का जग उठाया और उसमे कॉफी डालने लगा, फिर उसने अश्विन की तरफ कॉफी का कप बढ़ा दियाI
“मेरे बारे में जानकारी रखने की खास वजह?”
“माया सिंघल, के हर करीबी को जानना ही मेरा काम है और इसी बात के मुझे पैसे मिलते हैI” उसने कॉफी का घूँट भराI
“क्या आप मुझे माया के बारे में बता सकते है, उसके भाई ने आपको उस पर नज़र रखने के लिए क्यों कहा?
“उसकी हरकते ही ऐसी है, दो मर्डर हो चुके हैI जाहिर सी बात है, किसी भी भाई को फ़िक्र होगीI” अब उसने अश्विन के माया के बारे में पूछे जाने पर बोलना शुरू कियाI “अमित सिंघल के बाप रवीश सिंघल ने दो शादियाँ की थी, उसकी पहली बीवी के मर जाने के बाद, उन्होंने माया की माँ रोमा से शादी की, उनसे उनको दो बच्चे हुए एक माया और दूसरी शनाया I शनाया इस समय लंदन में है और माया अपने भाई के साथ उसकी कंपनी में पी.आर. का काम करती हैI उसकी प्रॉब्लम यह है कि उसे पता ही नहीं उसे क्या चाहिएI उसके इसी नेचर की वजह से अमित ने मुझे उसके पीछे लगाया हैI” उसने अब कॉफी का कप टेबल पर रखते हुए जवाब दियाI
“आपको क्या लगता है? इन दोनों मर्डर में उसका हाथ हो सकता है?”
“वह बहुत स्मार्ट लड़की है कोई बेवकूफ नहीं, उसे इन मर्डर से क्या मिलेगा, जबकि दोनों लड़के उसके ईशारे पर नाचते थेंI “ अभिरंजन ने अश्विन ने को घूरते हुए ज़वाब दियाI
“पर वह पुलिस से काफी इनफार्मेशन छुपाती है, जैसे किलर की मदद कर रही हो या खुद ही......... !!”
“देखिए !! जितना बैकग्राउंड चेक मैंने किया है, उस हिसाब से मैं यही कह सकता हूँ, माया एक मस्तमौला, बेपरवाह, चंचल और चालाक लड़की हैI उसे इन लड़कों के मरने से कोई फर्क नहीं पड़ता I वो आज आपको दुःखी दिखेगी पर अगले पल वो नार्मल होकर नए प्यार की तलाश में निकल लेगी और यही पुलिस से इनफार्मेशन छुपाने की बात तो उसे कुछ बताना ज़रूरी ही नहीं लगा होगाI फिर भी आपको कुछ लगता है तो है आप .....!!!”
“मुझे माया पर शख है क्योंकि दो रातों से कोई मेरा लगातार पीछा कर रहा था और जो मुझे सबूत मिले है वह उसके खिलाफ हैI” अब अभिरंजन चौधरी ने टेबल पर बंद पड़ा अपना लैपटॉप खोला और अश्विन की तरफ घुमते हुए कहा, “माया की दो रातें इसी होटल में गुज़र रही हैI” अश्विन ने गौर से देखा तो माया एक रात होटल के पब में पार्टी करती नज़र आ रही है और दूसरी रात एक फोटो में किसी लड़के के साथ बातचीत करती नज़र आ रहीI
“पर यह तो रात आठ बजे से दस बजे का समय है, मैं दस बजे की बाद की बात कर रहा हूँI” अब अभिरंजन ने उसे एक वीडियो दिखाई जिसमे एक दिन वह सोती नज़र आ रही और दूसरे दिन म एक लड़के के साथ अपनी रातें रंगीन करती नज़र आ रही हैI
“आपने उसके बैडरूम में कैमरा लगाया हुआ है?” अश्विन ने उसे गौर से देखाI
“नहीं !! दरअसल यह सोने वाली वीडियो यहाँ के स्टॉफ ने लाकर दी और यह लड़का कुछ ज़्यादा चालाक था, माया की वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने की फ़िराक में था, मुझे इस पर शख हुआ तो इसने मेरे साथ एक सौदा कर लियाI” उसने अश्विन को सफाई दीI अब उसने कुछ सोचते हुए कहा, “ठीक है, मिस्टर अभिरंजन थैंक यू सो मचI दोबारा कभी आपकी ज़रूरत पड़ेगी तो आपको ज़रूर याद करूँगाI” यह कहकर उसने अभिरंजन से हाथ मिला लिया I अब वह होटल से बाहर निकला तो उसने राघव को कॉल करकर कहा, “इस माया और इसके जासूस अभिरंजन पर नज़र रखो, मुझे इनकी पल-पल की खबर चाहिएI “
रात को अनुज हॉस्पिटल के अंदर दाखिल हुआ तो लिफ्ट से अपनी बीवी कोमल के वार्ड में जाने के लिए सेकंड फ्लोर पर रुक गया पर तभी उसे लिफ्ट के पास से गुजरती नर्स के मुँह से कुछ ऐसा सुना कि वह थर्ड फ्लोर पर जाने के लिए मजबूर हो गयाI