Ek Musafir Ek Hasina-3 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 3

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 3

3

ट्रेन

 

अब वह शख्स  अनुज के करीब आया और उसे मुस्कुराते  हुए गले लगा लिया। अनुज ने भी उसे गले लगाते  हुए कहा,  “अश्विन राणा  वेलकम  बैक।“  यह सुनकर पास बैठा यश खड़ा हो गया और श्विन को सल्यूट  करने लगा। आप दोनों को देखकर लगा रहा  है कि  आप एक दूसरे को बहुत  अच्छे से जानते  है। “यश हम दोनों स्कूल  से साथी है, फिर यह वर्दी पहने ही इसकी पोस्टिंग  मुंबई   हो गई  और मेरी दिल्ली। अब इसे यह केस यहाँ  खींचकर लाया है,  वरना  यह कहाँ आने वाला था? उसके यह कहते ही अश्विन  बोल पड़ा, “नहीं यार ऐसी  बात नहीं है, बीच  में  मेरी पोस्टिंग  कोलकाता  भी हो गई  थीं, इसीलिए दिल्ली आ नहीं पाया।“  उसने सफाई  दी।

 

अब दोनों बता करते हुए अश्विन  की गाड़ी  में  अनुज   के घर की तरफ जाने लगे। कुछ ही देर में दोनों अनुज  के अपार्टमेंट  के बाहर  खड़े हैं। कोमल  ने दरवाजा  खोलते ही अश्विन  को देखकर गले  लगा लिया। “मिस्टर राणा, आपको अब याद आई  हमारी!!, हमारी  शादी में  क्यों नहीं आये?”  कोमल बाद में  इसकी सजा भी दे देना, पहले यार कुछ खिला  तो दो।“ अश्विन  के यह क़हते ही कोमल  साइड  हो गई  और दोनो  अंदर  आ गए। “आप दोनों फ्रेश हो जाये, मैं डिनर  लगाती  हूँ।“ यह सुनकर अश्विन  तो वाशरूम में   चला गया पर अमन  चलते टीवी  को बंद  करते हुए बोला,  “यह कोमल  भी क्या-क्या देखती  है,” “अरे!! न्यूज़ में  सीरियल  किलर को लेकर  इतनी सनसनी  दिखाई  का रही है कि   देखने में  मज़ा  आ रहा है।“ कोमल ने किचन  से ज़वाब  दिया।

 

अब तीनो  डिनर  टेबल पर बैठकर  डिनर  करने लगे तो कोमल  ने पूछा,  “अश्विन  तुम  भी इस किलर  को पकड़ने  आये  हो ।“

 

“नहीं यार !! मैं  तो किसी माफिया  किंग के लिए आया हूँ।“

 

“पर कमिश्नर  तो कह रहा था कि  तू भी इस केस में  मेरे साथ है?”

 

“केस  तेरा ही है, मैं सिर्फ  मदद करने आया हूँ।“ अश्विन  ने रोटी  का निवाला  खाते  हुए जवाब  दिया।

 

“तुमने शादी  की? “ कोमल  ने पूछा।

 

“मैं ऐसे  ही ठीक हूँ।“ अश्विन  मुस्कुराया।

 

“ईशा  से बात होती है?”

 

“वो चैप्टर  क्लोज  हो चुका  है।“ उसका ध्यान अभी  भी खाने  पर है।

 

“यार! हम तीनो  स्कूल में  कितने मज़े  करते थें,  याद है।“

 

“मैं तो अब  भी मज़े कर रहा हूँ।“ अश्विन  के चेहरे  पर कुटिल मुस्कान है।

 

“एक इस अनुज  को देखो, अब तो इसके पास मेरे लिए टाइम ही नहीं है, इससे  अच्छे  तो हम शादी  से पहले  थें।“ कोमल  ने चिढ़कर  कहा।

 

अब डिनर  करने के भी काफी देर बाद तक उन तीनों  की बातों  का सिलसिला  ज़ारी रहा पर जैसे ही बातों-बातों   में  अश्विन  की नज़र  घड़ी  पर गयी तो वह जाने को हुआ,  “चल  यार!!, बारह  बज गए है, अब चलना चाहिए।“ अब उसने जाते हुए अनुज  और कोमल दोनों  को गले लगाया और फिर लिफ्ट से पार्किंग में  आ गया। अब उसकी गाड़ी  दिल्ली की डिफेन्स  कॉलोनी  में  जा  रही है। गाड़ी  चलाते  समय अश्विन  ने गाड़ी  के शीशे  से देखा तो उसे अपने पीछे  एक काले  रंग की स्विफ्ट  डिजायर  आती दिखाई  दी। फिर कुछ ही सेकंड  बाद, उसे यह एहसास  हो गया कि  उसका पीछा  किया जा रहा है।  उसने भी दिल्ली  के अनजाने रास्तों  पर गाड़ी  घुमानी  शुरू  कर दी पर थोड़ी  देर के इस खेल के बाद, उस काली  गाड़ी ने अपना  रास्ता अलग  कर लिया और  अश्विन  चिढ़ते हुए बोला, “बड़ी  जल्दी  थक गय”  और उसने   वापिस  गाड़ी  डिफेंस  कॉलोनी की तरफ घुमा  ली।

 

अगली  सुबह  वह स्टेशन  में  घुसते  ही सीधे  बोर्ड  रूम में  चला गया। जहाँ पर यश और अनुज उसका इंतज़ार  कर रहें हैं। यश प्रोजेक्टर के पास खड़ा है और उसके सामने वाली चेयर पर अनुज बैठा है और अब अश्विन  भी उसका साथ आकर बैठ गया। “यार!! न तू  वर्दी पहनता है और न पुलिस  की गाड़ी  लेता है पर कम  से कम  टाइम पर तो ऑफिस  आया कर।“ “सुबह  आँख  लेट  खुली।“ उसने टेबल  पर रखा  कॉफी का कप हाथ में  लेते  हुए कहा। “अनुज  सर शुरू  करें?”  अनुज  ने हाँ  में  सिर  हिला दिया और यश ने बोलना  शुरू  कर दिया।

 

5 अक्टूबर 2024  : प्रीति सिंह, उम्र 28  साल, शादी से एक हफ्ते  पहले साहिल  को शादी के लिए मना  किया। लाश खुद  की गाड़ी  में  पड़ी मिली। मर्डर  का वेपन : हरे  रंग  का पेन, गाड़ी  के शीशे  पर बेवफाई  की सजा  मौत लिखा था। शादी तोड़ने  की वजह:  ऋषि  गोयल से अफेयर।

 

25  नवंबर: अनुराग कश्यप,  उम्र 27 साल  शादी से एक हफ्ते  पहले नेहा  को शादी के लिए मना  किया। लाश खुद  की गाड़ी  में  पड़ी मिली। मर्डर  का वेपन : हरे  रंग  का पेन, गाड़ी  के शीशे  पर बेवफाई  की सजा  मौत लिखा था। शादी तोड़ने  की वजह: माया सिंघल  से अफेयर।  

 

7  : दिसंबर : अमन मेहरा उम्र 27   साल    शादी से एक हफ्ते  पहले शुभांगी  को शादी के लिए मना  किया। लाश खुद  की गाड़ी  में  पड़ी मिली। मर्डर  का वेपन : हरे  रंग  का पेन, गाड़ी  के शीशे  पर बेवफाई  की सजा  मौत लिखा था। शादी तोड़ने  की वजह: माया सिंघल  से अफेयर। 

 

यह बोलकर यश  दोनों  की तरफ देखने लगा तो अश्विन ने  कॉफी  का मग  टेबल पर रखते  हुए  यश से पूछा,  “दोनों के अफेयर  एक लड़की के साथ थें, आखिर कौन  है यह माया सिंघल? बुलाओ  इसे, “ उसने अनुज की तरफ देखा।

 

“यह उस बिज़नेस  टॉयकून अमित  सिंघल  की सौतेली  बहन  है, मैडम  को यहाँ  बुलाने  के लिए इनके वकील से बात करनी पड़ेगी।“

 

“पिछली  बार भी यही  किया था?”

 

“हम्म !! अमन ने गहरी सांस  छोड़ते  हुए कहा।“

 

“सर, ऐसा  तो नहीं कि किसी  ने सीरियल  किलर की आड़  में किसी और ने यह मर्डर  कर दिया हो।“    यश ने अपनी शंका  जाहिर  की। “यश, मीडिया  को वेपन नहीं पता इसीलिए  कोई कितनी  भी चालाकी  कर  लें,  पकड़ा  जायेगा, हाँ पर  तुम्हारी  बात सच होने के 5% चान्सेस  है।“ “क्या गाड़ी  से कुछ और मिला?” इस सवाल पर यश ने मुस्क़ुरते  हुए कहा,  “सर इस  दफा उस किलर  ने हमारे  लिए कुछ छोड़ा  है।“ यश ने अब कागज़  का एक टुकड़ा उसकी तरफ कर दिया। “इस पर कुछ  नंबर  लिखें  है” अश्विन  बोला।  “इन नंबर को बहुत ट्रैक किया पर कहीं कुछ समझ नहीं आ रहा।“ अमन की बात सुनते ही अश्विन  ने  गौर से नंबर को देखा और यश  को लैपटॉप लाने  के लिए कहा। अब अश्विन  ने लैपटॉप पर यह नंबर  डाला कुछ देर की छानबीन के बाद उसने गूगल  बाबा  पर सभी दिल्ली  ट्रैन के नंबर डाले  तो गूगल बाबा ने उन नंबर को दिखाना  शुरू  कर दिया,  तभी यह नंबर फ़्लैश  हुआ 425783 “यह देख? “ यह इस ट्रैन का नंबर है।“ “सर पर पेपर पर तो 425783 और इसके नीचे 15/12 और 09 बजे लिखा है?”  यह देखो यश, अब उसने लैपटॉप अनुज और यश की तरफ किया,

 

425783 ट्रेन का नंबर और 15/12 का मतलब है, “15 दिसंबर और 09 का मतलब नौ बजे है। अनुज और यश अश्विन को गौर से देखने लगे। “आर यू श्यूर?”  अनुज ने पूछा।  “इसका कोई और मतलब भी हो सकता है, तुमने सभी आधार कार्ड, फ़ोन नंबर,  बैंक लॉकर नंबर खंगाल  लिए न, अब बस यही  ऑप्शन  बचा  है।“  अश्विन पूरे यकीन से बोला। “अब यश इस नंबर  की ट्रैन के बारे में पता करो, अगर मेरा अंदाज़ा सही है तो बहुत जल्द वो किलर हमारी गिरफ्त में होगा ।“ यह सुनते ही यश चला गया तो अनुज  कहने लगा,  “अपना  लोमड़ी  दिमाग लगाने  के लिए थैंक्स !!”  “पिछले किलर  ने मुझे काफी कुछ सिखाया  है।“ यह सुनकर अनुज मुस्कुराने  लगा।  “अच्छा, यह बता, यह माफिया  डॉन या किंग जो  भी है, इसका  क्या सीन  है?” अब अश्विन  प्रोजेक्टर  की तरफ गया और उसने अपनी  जेब से एक पेनड्राइव  निकाली और लैपटॉप पर लगाकर  प्रोजेक्टर की तरफ देखने लगा,  प्रोजेक्टर  पर अब एक आदमी   की तस्वीर  फ़्लैश  होने लगी, जिसे  देखकर  अनुज  हैरानी  से बोला,  “यह माफिया  किंग है, जिसके पीछे  हमारी सरकार  पागलों  की तरह  लगी हुई  है।“ यह सुनकर  अश्विन  ने हम्म  सिर  हिलाते  हुए कहा,  “अब इसकी  स्टोरी  सुन !!!”