वकील का शोरूम by Salim in Hindi Novels
न्यायालय परिसर का हॉल खचाखच भरा था।वहां वकीलों के अलावा उनके मुंशी, क्लाइंट्स व अन्य कामों से आने-जाने वाले लोग मौजूद थे...
वकील का शोरूम by Salim in Hindi Novels
"सिर्फ समझने से क्या होता है सर।""सोचने-समझने से ही बड़ी-बड़ी मंजिलें पार होती हैं मिस्टर शर्मा। मैं अपने आप को जो समझता...
वकील का शोरूम by Salim in Hindi Novels
"फिर तो आप यह भी जानती होंगी कि हनुमान बिल्कुल वाजिब फीस लेता है जो कहता है, वही करता है।"“मैं इस बात को भी जानती हूं।""...
वकील का शोरूम by Salim in Hindi Novels
ये तुम पूछ रहे हो?" फिर वह यूं बोली, जैसे शिकायतकर रही हो।“हां । ये मैं पूछ रहा हूं। जवाब दो।"युवती का चेहरा ऐसा हो गया,...