राहुल खन्ना की ऐसी हालत होगी मानो, जैसे किसी ने मानो उसके हाथ में बिजली का नंगा तार पकड़ा दिया हो।
साजन एकदम से बोला, "मेरा भाई किसी का खून नहीं कर सकता ।" आपको जरूर कोई गलतफहमी हुई है इंस्पेक्टर साहब आप किस बलबूते पर कहे सकते है, कि खून भैया ने किया है ?
श्रीकांत गंभीर होता हुआ बोला, "शाम के छः से सात बजे के बीच में अमित बजाज का खून हुआ है ।" जहा तक मुझे खबर मिली है की आपका भाई ऑफिस से छः बजे निकला था।
साजन जोश में बोला तो क्या जरूरी है इंस्पेक्टर साहब कि खून मेरे भाई ने किया हो ? आज शाम को मम्मी का एक्सीडेंट हो गया। जैसे ही भैया को पता चला कि मम्मी का एक्सीडेंट हो गया, भैया उसी समय ऑफिस से अस्पताल के लिए निकल पड़े।
श्रीकांत के होठों पर एक रहस्यमई मुस्कान थी कौन से अस्पताल में दाखिल थी आपकी मम्मी ?
राहुल बीच मे बोला लाइफ केयर में ।
श्रीकांत ! राहुल को घूरता हुआ बोला अच्छा, "आप अस्पताल में कब पहुंचे ?"
राहुल की टांगे ही नहीं बल्कि सारा शरीर कांपने लगा, उसके चेहरे का जैसे रंग ही उड़ गया हो । जैसे किसी ने उसे पूरे बाज़ार में नंगा कर दिया हो, राहुल बड़ी मुश्किल से कहे पाया सात बजे ।
श्रीकांत कि मुस्कान गहरी होती चली गई, आपके ऑफिस से अस्पताल का रस्ता मुश्किल से बीस मिनट का है और आप एक घंटे में पहुंचते हैं ? चालीस मिनट आप कहां थे ? बता सकते इस बारे में ? श्रीकांत के इस वाक्य ने राहुल के सर पर जैसे विस्फोट किया। राहुल खन्ना को घूरता हुआ इंस्पेक्टर श्रीकांत बोला, "क्यों मिस्टर राहुल।" बोलो बोलते क्यों नही खामोश क्यों हो ?
राहुल की ज़ुबान जैसे लड़खड़ाने लगी जैसे गले में कुछ फंस सा गया हो, वो...वो... इंस्पेक्टर साहब मेरी कार खराब होगी थी ?
श्रीकांत धूर्त मुस्कान के साथ बोला तुम्हे कोई इससे अच्छी वजह नहीं मिली हमें बताने के लिए ?
"मैं सच कहता हूं ।" राहुल गिड़गिड़ाने लगा, आप मेरी बात का यकीन करें ।
"राहुल खन्ना !" अभी भी मौका है हमे सच - सच बता दो शायद हम तुम्हारी कुछ मदद कर सके ?
"में सच कहे रहा हूं राहुल खन्ना जैसे रोते हुए बोला, "मैंने अमित बजाज का खून नहीं किया।"
श्रीकांत एक लम्बी सांस छोड़ता हुआ बोला, " ठीक है जैसी तुम्हारी मर्जी।" मैं बताता हूं कि सच क्या है ?"
"तुम छः बज के पन्द्रह मिनट पर तुम अमित बजाज के घर गए ।" तुमने सोचा कि घर पर कोई नहीं है, इससे अच्छा मौका तुम्हे दोबारा नहीं मिलेगा। मगर यही तुमसे एक बहुत बड़ी चूक हो गई, जिस समय तुम अमित बजाज से मिले थे। उसे पहले अमित बजाज ने अपनी पत्नी से फोन पर बात करी थी और कहा की राहुल खन्ना आया है । उससे कुछ जरूरी बात करके फिर मूवी देखने चलेगे, तुम चलो में दस मिनट में सिनेमा हॉल पहुंच रहा हूं। ऑफिस की किसी बात को लेकर आप दोनों के बीच में कोई झगड़ा हो गया और वह झगड़ा इतना बढ़ गया । कि आपने चाकू से अमित बजाज का खून कर दिया, जब अमित बजाज सिनेमा हॉल नहीं पहुंचा तो सोनिया को चिंता सताने लगी। सोनिया ने अपने पति को फोन किया, पर अमित बजाज ने कॉल रिसीव नहीं किया। करता भी कहा से वह बेचारा तो खुदा को प्यारा हो था जब सोनिया घर गई तो अपने कमरे में देखा तो वहां अमित बजाज कि लाश पड़ी हुई थी । सोनिया के गले से एक हृदय विदारक चीख निकली और फिर वह बेहोश हो गई ।
सुनीता जो अमित बजाज के घर पर साफ - सफाई का काम करती थी। जब उसने सोनिया कि चीख सुनी तो भागी - भागी कमरे में आई तो उसने देखा की फर्श पर अमित बजाज कि लाश पड़ी थी जिसे देख कर सुनीता चीखती हुई सी कमरे से बाहर निकली, सुनीता ने सभी पड़ोसियों को बता दिया कि उसके साहब का किसी ने खून कर दिया । फिर सारे पड़ोस के लोगो ने सोनिया को होश में लाया फिर पुलिस को फोन किया ।
जब सोनिया बजाज ने पुलिस को बताया है की राहुल खन्ना मेरे पति का हत्यारा है।
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