टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 23
रात के सन्नाटे में अस्पताल के गलियारों में हल्की-हल्की आहट गूंज रही थी। आदित्य अपनी केबिन में बैठा सोच में डूबा था। भावेश की गिरफ्तारी के बावजूद, उसे महसूस हो रहा था कि ये लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। नव्या भी उसे बार-बार समझा रही थी कि वह थोड़ा आराम कर ले, लेकिन आदित्य के दिमाग में कई सवाल उमड़ रहे थे।
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भावेश का नया प्लान
भावेश जेल में था, लेकिन उसने हार नहीं मानी थी। उसकी आँखों में वही घमंड भरी चमक थी।
"मैं यहाँ ज्यादा दिन नहीं रहने वाला," उसने अपने वकील से कहा।
वकील ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "बस थोड़ा इंतजार कीजिए, सर। आपके लिए सब कुछ सेट कर दिया गया है।"
"और मेरे लोग?"
"अस्पताल में सब तैयार है। बस आपके इशारे का इंतजार कर रहे हैं।"
भावेश मुस्कराया, "अब खेल शुरू होता है!"
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अस्पताल में हलचल
रात के 2 बजे थे। अस्पताल में सबकुछ सामान्य था। लेकिन अचानक सिक्योरिटी गार्ड दौड़ता हुआ आदित्य के पास आया।
"सर! पीछे वाले वार्ड में आग लग गई है!"
आदित्य और नव्या तुरंत वहाँ पहुँचे।
पूरा वार्ड धुएँ से भरा हुआ था। मरीजों और स्टाफ की चीखें गूंज रही थीं।
"फायर ब्रिगेड को बुलाओ!" आदित्य चिल्लाया।
लेकिन तभी, एक और झटका लगा।
"सर! कुछ मेडिकल सप्लाई चोरी हो गई हैं!"
"क्या?"
आदित्य समझ गया कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं था, बल्कि कोई साजिश थी।
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अस्पताल के अंदर का गद्दार
जब आदित्य और नव्या वार्ड की जाँच कर रहे थे, तभी अचानक जनरेटर बंद हो गया और पूरा अस्पताल अंधेरे में डूब गया।
"ये क्या हो रहा है?" नव्या घबराई।
"ये कोई अंदर का आदमी कर रहा है," आदित्य ने अंदाजा लगाया।
तभी एक नकाबपोश व्यक्ति अस्पताल में दाखिल हुआ। वह सीधे आदित्य के ऑफिस की ओर बढ़ा। लेकिन नव्या वहाँ पहले से मौजूद थी।
"रुको!" उसने चिल्लाकर कहा और सिक्योरिटी अलार्म बजा दिया।
सिक्योरिटी गार्ड्स ने उसे पकड़ लिया।
आदित्य ने नकाब हटाया, और जो चेहरा सामने आया, उसे देखकर सब चौंक गए।
"अमोल?"
अमोल, जो पहले अस्पताल में जूनियर डॉक्टर था, अब भावेश के लिए काम कर रहा था!
"तुम?" आदित्य चौंक गया।
अमोल हँसा, "तुम्हें क्या लगा? भावेश जेल में है तो उसका खेल खत्म हो गया?"
"मतलब ये सब भावेश का किया धरा है?"
"हाँ! और ये तो बस शुरुआत है, डॉक्टर आदित्य!"
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भावेश की रिहाई – अब क्या होगा?
अगली सुबह न्यूज में ब्रेकिंग न्यूज आई:
"भावेश को सबूतों की कमी के चलते जमानत मिल गई है!"
आदित्य ने टीवी पर देखा। भावेश जेल से बाहर आ रहा था और मुस्कुरा रहा था।
"अब तो असली खेल शुरू होगा, डॉक्टर आदित्य!"
आदित्य को एहसास हो गया था कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई।
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अब आगे क्या?
1. भावेश अब सीधे अस्पताल पर हमला करेगा?
2. क्या आदित्य और नव्या इस बार उसे रोक
पाएंगे?
3. या फिर अस्पताल एक नई साजिश का शिकार होने वाला है?
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जानने के लिए पढ़िए – एपिसोड 24!