टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 21
रात का सन्नाटा अस्पताल की इमारत के भीतर घुला हुआ था। नर्सों के कदमों की हल्की आहट और मॉनिटरों की बीपिंग के अलावा वहां एक अजीब सी शांति थी। लेकिन इस शांति के पीछे एक बहुत बड़ा तूफान खड़ा था, जो कभी भी फट सकता था।
आदित्य की परेशानी
आदित्य अपने केबिन में बैठा, हाथ में एक नोटिस लिए हुए था। यह वही नोटिस था, जिसमें उसे निलंबन की धमकी दी गई थी। उसकी आंखों में गुस्से और बेचैनी का मिला-जुला भाव था। यह सब भावेश की चाल थी, और आदित्य को अच्छी तरह से पता था कि वह उसे बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
तभी नव्या अंदर आई, उसके चेहरे पर चिंता साफ झलक रही थी।
"आदित्य, तुमने कुछ खाया?" नव्या ने धीमे स्वर में पूछा।
"नहीं नव्या, भूख नहीं है..." आदित्य ने बिना उसकी तरफ देखे जवाब दिया।
"तुम खुद को इस तरह मत तड़पाओ आदित्य। तुम्हें इस लड़ाई में होशियारी से चलना होगा।"
"मैं जानता हूँ नव्या, लेकिन जब दुश्मन सामने हो और उसे हराने का एक भी ठोस सबूत न हो, तो हालात और मुश्किल हो जाते हैं।"
नव्या ने आगे बढ़कर उसकी मेज पर रखे नोटिस को उठाया और पढ़ने लगी। "हमें कुछ करना होगा। अगर तुमने जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया, तो वह तुम्हें पूरी तरह अस्पताल से निकाल देगा।"
भावेश की नई चाल
दूसरी तरफ, भावेश अपनी चालों में एक कदम और आगे बढ़ चुका था। उसने अस्पताल के कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों और प्रशासनिक लोगों की एक गुप्त बैठक बुलाई थी।
"आदित्य अब इस अस्पताल के लिए खतरा बन चुका है। उसके रहते हुए हम ज्यादा दिन यहां नहीं टिक सकते।" भावेश ने गंभीरता से कहा।
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने सवाल किया, "लेकिन आदित्य ने तो हमेशा अस्पताल के लिए अच्छा ही किया है, फिर उसे हटाने की जरूरत क्यों?"
भावेश मुस्कुराया, "क्योंकि आदित्य के रहते हम अपने असली काम को अंजाम नहीं दे सकते।"
बैठक में बैठे कुछ लोग असमंजस में थे, लेकिन कुछ को पहले से ही लालच ने जकड़ रखा था।
रेहान को होश आ गया!
उसी समय, नर्स दौड़ती हुई आई और बोली, "डॉक्टर! रेहान को होश आ गया है!"
यह सुनते ही आदित्य और नव्या तुरंत आईसीयू की तरफ भागे।
बेड पर लेटा रेहान, अब भी कमजोर था, लेकिन उसकी आंखों में डर था।
"कैसा महसूस कर रहे हो?" आदित्य ने पूछा।
"जिंदा हूँ, यही बहुत है..." रेहान ने मुश्किल से कहा।
"लेकिन तुम्हें हमें कुछ बताना होगा, सच क्या है?" नव्या ने गंभीर स्वर में कहा।
रेहान ने इधर-उधर देखा और फिर कांपते हुए बोला, "भावेश... उसने मुझे मरवाने की कोशिश की थी..."
ये सुनकर नव्या और आदित्य की आंखें चौड़ी हो गईं।
"क्या तुम हमारी मदद करोगे?" आदित्य ने पूछा।
रेहान ने सिर हिलाया, "नहीं... अगर मैंने कुछ कहा तो वो मुझे मार डालेगा। तुम्हें नहीं पता वो कितना खतरनाक है।"
आदित्य का आखिरी दांव
आदित्य को अब हर हाल में रेहान को गवाही देने के लिए तैयार करना था।
"अगर तुम चुप रहे, तो भावेश और निर्दोष लोगों की जिंदगी से खेलेगा। तुम जानते हो कि वो कितना घातक है," आदित्य ने समझाने की कोशिश की।
रेहान सोच में पड़ गया। कुछ देर बाद उसने कहा, "अगर तुम मेरी सुरक्षा की गारंटी दोगे, तो मैं सच बताने को तैयार हूँ।"
आदित्य की आंखों में चमक आ गई।
"तुम चिंता मत करो, अब ये लड़ाई मैं जीतकर ही रहूंगा।"
भावेश की अगली चाल
भावेश इस बीच अपने अगले वार की तैयारी कर रहा था। उसने अस्पताल के कुछ स्टाफ को खरीद लिया था और अब वह पूरी तरह से तैयार था कि आदित्य को अस्पताल से बाहर निकाल फेंके।
उसने कुछ मीडिया वालों को भी बुला लिया था, जिससे वह आदित्य के खिलाफ गलत खबरें फैला सके।
क्या आदित्य भावेश की इस नई साजिश को रोक पाएगा? क्या रेहान अदालत में गवाही देगा? जानने के लिए पढ़िए अगला एपिसोड!