कुछ देर बाद
रानी:माही ये क्या कर रही है तू
माही :(रानी से डरते हुए और वेटर की ओर ईसारा कारती हुवी) इसने मुझे कहा कि ये नई है आप पी कर तो।देखो इस ली मैं अपनी मर्जी से नहीं इसके कहने पर ये पी रही हु
(माही ने हाथ में बीयर का गिलास ले रखा था राज और राजवीर ये सब देख रहे थे )
रानी: तू मेरी बात तो थमानती नहीं इसकी क्या मैने गी
माही: (आखों को बड़ा कर के) मै तेरी बात नहीं मानती चल तू आज मुझे थी बता ही दे कि मैंने कब तेरी बात नहीं मानी
रानी:उस दिन (सोचते हुऐ)
माही:बता किस दिन नहीं मानी तेरी बात
रानी:है ठीक तूने मेरी हर एक बात मानी है
माही:मैने तो थे रि हर एक बताई है पर तू मेरी बात कभी मानती है क्या
रानी(कुछ सोच के)अच्छा तो तू मुझे मैंने mudee से हटा रही है
माही: (हाड़ बढ़ते हुए)नहीं मैने ऐसा कब कीया।
रानी:ठीक है लेकिन तू (माही ओर रानी अपनी बहस में बुझी थी)
छोटी मा:राज पर राजवीर कहा गए उने माही ओर रानी से मुझे मिलाना है
बड़ी मा:वो रहे
कुछ देर बाद
छोटी मा:माही कहा रह गई उसे भी राज और राजवीर से मिला देती(इसका मतलब रानी उन से मिल चुकी है)
रानी:वो फोन पर बात कर रही है
दादाजी:वो फोन पर बात करती हुई कुछ परे सन लग रही है
(सभी घर वाले एक ही जग पर थे बस माही को छोड़ कर)
माही:(आते हुआ और किसकी तरफ नहीं देख थी)
रानी:क्या हुआ माही
माही :कुछ खास नहीं मुझे अब की बार डिलिवरी करने के लिए भर जाना होगा ।रानी तुझ से में बाद में बात करूं गी
दादा जी: मुझे आप।से बात करनी
दादा जी :है बोलों
माही:कुछ नहीं बोलती है
दाद ही:मेरे खड़े खड़े के पर दर्द करने लगे चल माही हम बैठ कर बात करे गए(डैड जी समझ गए थे कि माही सभी घर वालों के सामने बात नहीं करना चाहती)
माही: हा क्यों नहीं
(अब दादा जी ओर माही दोनों ही थे)
दाद जी :क्या हुआ तुम इतनी परेशान क्यों हो
माही:दादा जी मुझे आप से एक हेल्प चाहिए
दादा जी:है बोलो
माही: मैं दो दिन के लिए भर जा रही हु क्यों दो दिन के लिए यही रुक जाए क्या
दादाजी:हा रुक जाए तो h सब को अच्छा लगे है लेकिन रानी तुम एक ले थोड़ी ना जाने देगी
माही:में इसे मना लुंगी
दादा जी :तो ठीक है
(माही रानी को)
माही:रानी वो मुझे कुछ कम आगया है इसीलिए मुझे दो दिन के लिए भर जाना होगा
रानी: ठीक है हम दोनों कब जा रहे
माही:हम दोनों नहीं बस मेंही जा रही हु
रानी: क्या
माही:हा
रानी:नहीं माही जाना
माही:लेकिन
रानी:लेकिन वेकिन कुछ नहीं या तो हम दोनों साथ में जाए गए या तुम नहीं जाओ जी समझ मुझे इस में बहस नहीं चाहिए
माही:तू मेरी बात तो सुन
रानी:( गुस्से से) नहीं मतलब नहीं
माही:दादा जी आप समझाइ न कि ये जिद ना करे
दादा जी:रानी देता इसे जाने दो
रानी:नहीं दादा जी जमें इसे जाने से कहा मना कर रही हु मे तोये कह रही ही की मुझे सभी साथ ले गए
दादाजी: माही तुम्हें परेशान नहीं करना चाहती है
रानी:अगर ये मुझे साथ नहीं ले जाए गीतो में परेशान होगी
दादा जेके प्राई रानी काफी देर तक समझते है उस के बाद रानी आखिर मन हो जाती है
Okkkkk byyyy friend kal mile ge
मैंने आप सब को रेटिंग के लिए नहीं बोला।तो आप का तो कुछ फर्ज है कि नहीं कि बिना कहे ही रेटिंग की दे
अब कर दे वरना अगले एपीशेड इतनी जल्दी नहीं आए गए okkkk