Devil's King or Queen - 2 in Hindi Drama by neha books and stories PDF | Devil's King or Queen - 2

The Author
Featured Books
  • तस्वीर - भाग - 4

    सुरेश के मन में मकान बेचने के विचार ने उथल पुथल मचा रखी थी क...

  • भूत लोक -15

    तांत्रिक भैरवनाथ  जी एक बार फिर सभी की ओर देख कर इशारे से हा...

  • महाशक्ति - 5

    महाशक्ति – पाँचवाँ अध्याय: शिवतत्व गुफा की खोजअर्जुन और अनाय...

  • यह मैं कर लूँगी - भाग 4

    (भाग 4) क्षमा को सरप्राइज देने, जब बिना बताए मैं उसके घर पहु...

  • खोए हुए हम - 9

    खोए हुए हम - एपिसोड 9अयान बिस्तर पर बैठा था, उसकी आंखों में...

Categories
Share

Devil's King or Queen - 2

(रात का समय जहां एक छोटे से घर में दो लड़कियों को दिखाया जाता है)

रानी: माही खाना खा ले खाना ठंडा हो रहा है

माही: है आई बस 2 मिनट 

रानी:ओके

(माही और रानी दोनों बहने ह दोनों के ही preants नहीं है जो एक एक्सीडेंटम मारे गए जब वह दोनों 16 साल की थी)

माही:( कुछ टेंशन में दिखाई दे रही थी)

रानी: क्या हुआ तो इतनी टेंशन में क्यों है

माही : नहीं बस वही काम का टशन थोड़ा सा

रानी: क्या काम है कुछ हुआ हुआ है क्या

माही: नहींनहीं कुछ खास नहीं 

(माही और  रानी ने खाना खा लिया)

रानी: माही मुझे तुझे एक बात करनी है

माही: हां बोल क्या हुआ 

रानी: पता नहीं ऐसा क्यों लग  रहा है जैसे तुम मुझसे दूर चली जाएग

माही: क्या matlab 

रानी: पता नहीं पर ऐसा लग रहा है

माही: मैं तुझे छोड़कर कभी कहीं पर नहीं जाओगी

रानी: तू सच कह रही है ना 

माही: अगर तुम मुझे  छोड़ा कर चली गई तो भी मैं तेरे पीछे-पीछे आ जऊंगी। समझी तू 

रानी:( हंसते हुए )हां यह बात मुझे पता है 

Mahi: फिर क्यों टेंशन लेती है

रानी: पता नहीं क्यों मुझे ऐसा लग रहा था इसलिए मैंने तुझे बता दिया

सिंघानिया house 

Dada ji:उन दोनों लड़कियों का नाम क्या है। 

अनजान आदमी: सर उन दोनों का नाम माही और रानी है 

दादाजी: वह दोनों क्या काम करती है ।

(इस प्रकार दादाजी उन दोनों की सारी जानकारी प्राप्त करते हैं)

सुबह का समय 

रानी :माही खड़ी हो जा( रानी को यह देख कर अचंभा हो रहा था की इतनी आलसी लड़की आज नहा धोकर तैयार हे)

Rani: क्या मैं आज सपना देख रही हूं 

माही: (हंसते हुए )नहीं यह सच है क्या चींटी काटूं 

Rani: नहीं नहीं मुझे यकी है 

माही:( हंसते हुए) तो ठीक है 

रानी: आज इतनी जल्दी तू कैसे तैयार हो गई

माही: मुझसे आज जल्दी जाना है तो में खाना बाहर खा लूंगी और हां तू स्कूटी ले कर चली जाना

रानी: पर तू जा कहां रही है

माही: काम पर 

रानी: तू झूठ मत बोल कहां पर जा रही है सच सच बता 

माही: सच मे मैं काम पर ही जा रही हु तुझे यकीन नहीं तो मैं तुझे  डिलीवरी सेंटर फोन कर के दूं 

रानी: चल तू इतना कॉन्फिडेंस से कह रही है तो सच ही कह रही होगी 

माही: सच में तू मुझे मजाक कर रही है ना (और भोली सी शक्ल बनाकर कहती है) कभी-कभी मुझे लगता है मैं तेरी सगी बहन नहीं हूं)

रानी: ऐसा नहीं कहते 

माही: sorry sorry 

Rani: चल ठीक ध्यान से जाना 

माही: हां मेरी मां

(वृद्ध आश्रम का सीन दिखाया जाता है)

माही:चल आज वापस उन्हें देखने जाना है (एक 65-70 साल की महिला जो बेड पर रेस्ट कर रही होती है)

माही:( उसे बूढी महिला से) क्या आप ठीक हैं 

बूढी महिला :हां बेटा मैं ठीक हूं तुम वापस आ गई

माही: हां क्या आपको कुछ याद आया 

वृद्ध महिला: नहीं बेटा उन बातों को 20 साल हो गए अभी तक मुझे याद नहीं है

माही: क्या आप मुझे आपका लॉकेट दिखा सकते हैं 

वृद्ध महिला:हां क्यों नहीं यह लो बेटा देख लो

(माही उसे लॉकेट को देखकर दाग थी क्योंकि इस लॉकेट का आधा भाग उसने उसे बूढ़े आदमी के पास देखा था जहां वह कल डिलीवरी करने थी)

(यह वृद्धि महिला माही को 6 साल पहले मिली थी यह महिला वृद्ध आश्रम से भाग रही थी तभी यह  माही से टकराई और भाई ने इसका 6 सालों तक पूरा ध्यान रखा लेकिन इसके बारे में रानी को नहीं पता है 6 साल पहले यह महिला माही को जयपुर में मिली थी माही और रानी को अभी मुंबई शिफ्टम हुए अभी 6 महीने ही हए थे और यह  महिला भी उनके साथ ही यहां आई थी लेकिन माही ने यह बात रानी को नहीं बताई)