Mahi:choti maa तुझ से क्या पूछ रही थी
रानी: वो कह रही थी तुम गोली किस की लेती हो
माही:तो तूने क्या कहा
रानी:वही की मां डैड के जाने के बाद मुझे सदमा लगा और मेरी ये गोलियां शुरू हो गई
माही:ओके
सिंघानिया house
Dada ji : आज मैं बहुत खुश हु
बड़े पापा:माही और रानी के कारण
दादा जी: मेरी बहूयो के कारण
छोटी मा :क्या
सब को सदमा लग गया दादा जी कभी भी दोनों माओ की तारीफ नहीं की थी चाहें वो कुछ भी करती लेकिन आज उनकी तारीफ सुन कर सब हैरान थे
छोटे पाप:क्यों
दादाजी:क्यों कि इन दोनों ने अंडों को अपनी बेटी मन लिया अब वो चाहे भी तो हम से दूर नहीं जा सकती
बड़े पापा:क्या मतलब
दादा जी:कुछ नहीं है लेकिन ध्यान रखना कि माही से ज्यादा प्यार यहां पर रानी को मिलना चाहिए
छोटे पापा:पर क्यों
दादा जी: अगर रानी यह पर खुश रही तो माही अपने आप खुश हो जाएगी
थोड़ी देर कोई कुछ नहीं बोलना
छोटी मा :बच्चों को बता देता हूं कि
दादाजी :नहीं उनको नहीं बताना
छोटी मा: क्यों
दादा जी: (छोटी मां को घूमते हुए कहते है ) आने वाले दिनों मैं हमारी सालगिरह है तो हम बच्चों को बुलालगे और और वैसे भी उनकी मीटिंग
क्यों कुछ नहीं बोलता
देखते देखते 15 दिन भीत जाते हैं और अब माही रानी और सिंघानिया फमिली के बीच अच्छी रिश्ते हो गए थे
दादा जी:रानी बेटा आज तुम दोनों घर जल्दी आ जाना तुम्हें पता है ना कि आज हमारी शादी की साल गिरा है
रानी:है दादा जी में कैसे भूल सकती हु हम दोनों आज ये गए
फोन कट ही जाता है
माही:क्या कह रहे थे
रानी:आने का की जल्दी आ जाना
दादा जी के पास सब ही खड़े थे
दादा जी :जल्दी जल्दी काम करो आज का दिन बहुत खास है
दादा जी इतना कह कर चले जाते है
छोटी मा : जबसे माही और रानी के आने के बाद पापा जी काफी बदल गए है
बड़ी मा:माही और रानी के कारण नहीं मां जी के कारण बदल गए है
बड़े पापा:(छोटी मां के लिए) नहीं ये सही कह रही हैं माही और रानी के आने के बाद पापा कुछ बादल गए हैं
छोटे पापा:नहीं भाई ऐसा नहीं है पापा।मा के आने से बादल गए हैं
इन चीज़ से हमे पता चल रहा है कि बड़े पाप और छोटी मा एक जैसा सोचते है और छोट पापा और बड़ी मा एक जैसा
पार्टी का सीन
माही:अरे वा घर तो अच्छा सजा रखा है
रानी:है ये कितना सुंदर लग रहा है
ऐसे बाते करती करती माही और रानी धर के अंदर चली जाती है
वो दोनों इतनी सुंदर लग रही थीं किसब की नजर उन पर ही थी
माही:ये सब हमें ऐसे क्यों देखा रहे है मैने तुझे कहा था कि मैं पेंट शर्ट पहन जाती है देखा में कितनी खंडी लग रही हु की सब मुझे ही देख रहे है औरथी कितनी सुंदर लग रही है है अब मुझे समझ आया कि ये तेरा प्लेन था कि कि तुम्हे गंदा तैयार कर ओर खुद सुंदर तैयार हो
माही भोली सी शक्ल बन कर बहन बहन ना रही
रानी:बस तेरा हो गया क्या हमे सा लड़कों जैसे कपड़े पहनती है कभी तो लड़कियों की तरह रहा कर हम पार्टी में आए है कही भंडारे में थोड़ि आए
माही:रानी की तरफ हस देती है और मन में अच्छा होता की भंडारे में जा ते कम से कम के ऐसा लेगा तो नहीं पहनना पड़ता
रानी:इस ली कहा मैने की भंडारे में नहीं पार्टी में आए है
माही:क्या मैने तो कुछ नहीं कहा
रानी:तू मान में सोचती है वो भी मुझे पता चल जा ता समझी
माही: हा
Okkkkkk byyyy