स्थान: उदयपुर, राजस्थान समय: जुलाई की शुरुआत — हल्की बारिश का मौसम सुबह के सात बजे थे। उदयपुर की संकरी गलियों में हल्की बारिश की बूंदें मिट्टी से मिलकर एक मोहक सी खुशबू फैला रही थीं। संजना शर्मा अपनी साइकिल पर कॉलेज की ओर जा रही थी। उसका दुपट्टा हवा में लहरा रहा था, और कानों में ईयरफोन — लता मंगेशकर की कोई पुरानी मोहब्बत भरी धुन चल रही थी। “आज फिर लेट हो रही हूँ...” — उसने खुद से बड़बड़ाया। वो एक गरीब परिवार की इकलौती बेटी थी, जिसने मेहनत से शहर के सबसे बड़े कॉलेज में दाख़िला लिया था — “राजमहल कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस”। वहाँ के स्टूडेंट्स के पास गाड़ियों की कमी नहीं थी, लेकिन संजना अब भी साइकिल से कॉलेज जाती थी, और इसे ही अपनी पहचान मानती थी।
तेरे मेरे दरमियाँ - 1
एपिसोड 1 — तेरे मेरे दरमियाँ का पहला अध्याय: “पहली टकराहट” एपिसोड 1: पहली टकराहटस्थान: उदयपुर, राजस्थानसमय: जुलाई की — हल्की बारिश का मौसमसुबह के सात बजे थे। उदयपुर की संकरी गलियों में हल्की बारिश की बूंदें मिट्टी से मिलकर एक मोहक सी खुशबू फैला रही थीं। संजना शर्मा अपनी साइकिल पर कॉलेज की ओर जा रही थी। उसका दुपट्टा हवा में लहरा रहा था, और कानों में ईयरफोन — लता मंगेशकर की कोई पुरानी मोहब्बत भरी धुन चल रही थी।“आज फिर लेट हो रही हूँ...” — उसने खुद से बड़बड़ाया।वो एक गरीब परिवार की इकलौती बेटी थी, जिसने ...Read More
तेरे मेरे दरमियाँ - 2
तेरे मेरे दरमियाँ की एपिसोड 2"करीबियां या टकराव?"--- एपिसोड 2 – करीबियां या टकराव?कॉलेज का दूसरा दिन था। संजना जल्दी उठ गई थी। बारिश थम चुकी थी लेकिन मौसम अब भी ठंडा था। उसने गुलाबी रंग का सूट पहना और हल्की सी चोटी बनाई। आरव से हुई पहली टकराहट अब भी उसके मन में घूम रही थी।"कितना घमंडी था वो… और फिर भी उसके चेहरे पर कुछ था जो आँखें हटने नहीं देती थीं।"संजना ने खुद से कहा और फिर झट से अपना बैग उठाकर हॉस्टल से निकल पड़ी।कॉलेज पहुँचते ही नोटिस बोर्ड पर एक चौंकाने वाली सूचना मिली ...Read More
तेरे मेरे दरमियाँ - 4
एपिसोड 4 – “तकरार की शुरुआत या साथ की सरगम?”---️ [सीन 1: कॉलेज का प्रांगण – दोपहर 12:45]हल्की बारिश चुकी थी, लेकिन मौसम में अब भी नमी थी। कॉलेज की इमारतें बारिश के बाद कुछ और चमक रही थीं। आसमान में बादल थे लेकिन बीच-बीच में धूप झांक जाती।संजना अपनी क्लास से बाहर निकली, हाथ में नोट्स और माथे पर उलझन। कैमरा क्लोजअप:उसके चेहरे पर तनाव साफ़ दिख रहा था।प्रोफेसर की आवाज़ फ्लैशबैक में गूंजती है:“संजना और आरव, तुम दोनों मिलकर डिबेट सेमिनार का इंट्रोडक्शन तैयार करोगे। मैं उम्मीद करता हूं कि ये सेशन सबसे प्रभावशाली होगा।” संजना ...Read More