मांगने वाले तो, मान, सम्मान, प्रतिष्ठा, पहचान, पैसा, अन्न, बेजान चीजें, और न जाने क्या क्या मांगते हैं, मैंने तो ये सब त्याग कर, बस एक यार ही तो मांगा था......!!
यकीन मानो दोस्त, मैं यार को पाने के लिए, फकीरी की हर हद को पार किया, फ़िर भी गवा बैठा
शुभ रात्री