ऐसा क्या हुआ जो तुम अब बात नहीं करते,
हम बुरे लगने लगे क्या, जो मुलाक़ात नहीं करते?
कभी हर लम्हा हमसे बाँटा करते थे तुम,
अब हमारी ख़बर भी, यूँ बरसों बाद नहीं करते।
लगता है कोई और बस गया है दिल के पास,
अब तो तुम हमसे वो बेपनाह प्यार भी नहीं करते।
हमसे जो आँखें मिलती थीं हर रोज़ कभी,
अब निगाहें भी जानबूझकर मुलाक़ात नहीं करते।
तुम अब बदल गए हो, ये दिल मान चुका है,
शायद इसलिए तुम अब हमसे बात नहीं करते।