कठोर बन वरना ये दुनियां
नाचायेगी तुझे उनके उंगलियों पे
ये दाव, छक्के पंजे नही समझ आते
ये मासूम दिल मत रखना
पत्थर बनके मुकाबला करना
तूने आधी जिंदगी पार की
तोड़ा किसीने विश्वास , किसीने दिल
कैयोने हाथ छोड़ा , कई छुटे आपने आप
तू बिखरना मत तुझे समेटेगा नही कोई
काच की शीशी मिट जाती है मिट्टी में
तू दीवार बन , खड़ी रहना चाहे आंसू दाव पे होना.
हौसला रख जरासा , सबर कर
हार गई तो दिल छोटा मत कर
फिरसे दौड़ में तैयार हो इंतजार है जीत का
तू सपने बड़े देखती है
पूरा करने का शौक भी रख
लगाव भले लगे इस दुनिया से खुदसे जरासा रुठना
तू खुद की ताकद है
खुद है मंजिल है
फ़क़त इस बात का है तू अनजान हैं खुदसे
Happy Women's Day
#WrotebyAkshm