एक 40 साल के शख्स को एक बार ये गुमान हो गया
की किसी नादान सी बालिका को उससे प्यार हो गया
हाल ये हो गया की वो उस पर हक जताने लगा
उसे मिलने को फिर वो बुलाने लगा
प्यार के बहाने अपनी flirting skill
उस पर वो आजमाने लगा
अपनी सारी बुराईयो को वो उससे छुपाने लगा
साइड मे कुछ आंटियो से भी वो नजदीकिया बढ़ाने लगा
फिर कुछ हुआ और एक दिन
उस लड़की को सब पता चल गया
ये शख्स ही खराब हैं इस बात से अब पर्दा उठ गया
अपनी कमी छुपाने के लिए वो उस लड़की को ही
दुनिया के सामने गलत बताने लगा
हार कर उस लडक़ी ने उससे किनारा कर लिया
सबक सिखाने का ख्याल साइड कर दिया
क्योंकी वो ये जान गई थी उससे पहले भी
उस शख्स की इससे पहले भी कई थी
बाकी जाने देना ही श्रेष्ठ हैं
अब उस लड़की के दिल में भी ना
अब कोई खेद हैं।
इस तरह से फिर एक बार बुराई की जीत हुई..
यही जीवन की सच्चाई हैं...।
ये सिर्फ एक काल्पनिक रचना हैं इससे लेखक के जीवन से कोई सम्बन्ध नहीं हैं।
Priya kashyap...✍️