तेरी शरारत
जब भी तू मुस्कुराए, दिल बेताब हो जाए,
इक तेरी अदा से ये सारा जहाँ बदल सा जाए।
तेरी निगाहों की शरारत, दिल में हलचल मचाती है,
ये बेख़ुदी भी दिल को, कितना तड़पाती है।
तेरा यूँ पास आना, फिर नज़र चुराना,
यही तो है तेरे इश्क़ का, एक मीठा फ़साना।
तुम छुपाते हो और मैं ढूँढता फिरता हूँ,
तेरी यही अदा मेरे दिल को भाती है।
–––– Meenakshi (Mini)