कितना सुंदर लिखा है किसी ने..
प्यास लगी थी गजब की... मगर पानी मे जहर था... पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते... बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए..!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए..! वक़्त ने कहा.....
काश थोड़ा और सब्र होता..!
संब्र ने कहा....
काश थोड़ा और वक़्त होता..!
"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी, पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता...
140 करोड़ की आबादी में एक लड़की पसंद आई थी "महादेव" अगर वो भी ना मिले तो तकलीफ तो होगी ना महादेव... आज मेरा साथ दिया होता
की आप भी बदला ले रहे थे कि कभी मेरे पास नहीं आया तो में उसे तेरी जिंदगी में कैसे भेजु
आज उसकी याद भी आ रहे पर उसे "कॉल" भी नहीं कर सकता। ऐसी स्थिति में हु आज।अब मैं थक गया हूँ,कृपया मुझे कुछ देर के लिए सुला दो!!
हाल एनो मैसेज या कॉल आवे तो तुम्हारी आवाज सुनने को मिले , बस कह देना कि मुझे तुम्हारी जरूरत है। सब कुछ छोड़ दूंगा।