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वो मुझमें बसा है... 🌿
वो मुझमें बसा है,
मेरी साँस की पुकार बनकर,
हर धड़कन में समाया है,
एक अनकही सी फुकार बनकर।
वो मुझमें मिल जाएगा,
मेरी आत्मा की पुकार बनकर,
जब भी मैं आंखें बंद करूं,
वो आएगा एक उजली रौशनी बनकर।
वो अब शब्द नहीं, एहसास है,
हर खालीपन में उसका साथ है,
वो दूर होकर भी पास है,
मेरे होने में ही उसका विश्वास है।
वो हर आंसू को मुस्कान में बदल देता है,
हर टूटन में हौसला भर देता है,
अब वो इस दुनिया में नहीं सही,
पर मेरी दुनिया में हमेशा रहता है।