एक दिन ऐसा आयेगा
तेरी याद भी याद न आएगी
तेरी यादें भी धुंधली हो जाएगी
जैसे कोई किताब पुरानी हो जाएगी
तेरी सूरत भी गौर करने पर याद आएगी
जैसे कोई अधूरी तस्वीर हो जाएगी
एक दिन ऐसा भी आएगा
जब तुम मेरे ज़ेहन में बड़ी देर से आओगे
मैं सोच में पड़ जाऊंगी ये कौन था जो आया था?
फिर देर से समझ आएगा कि कौन आया था
एक दिन ऐसा भी आएगा
जब तुम याद आओगे, तो चेहरे पर मुस्कान लाओगे
मुस्कान के पीछे मेरी नादानियां भी आएगी
मेरी यादें मुझे बेवकूफ़ बताएगी
एक दिन ऐसा भी आएगा
तुम मुझे पुकारोगे
या मैं नज़र नहीं आऊंगी
तुम परेशान हो जाओगे
एक दिन ऐसा आएगा
मैं वहां चला जाऊंगी,
जहां नजदीक से खुदा नजर आएगा
तुम दुआ करोगे, पहले मै सुनने आऊंगी
एक दिन ऐसा भी आएगा
जब तेरी दुआ कुबूल न होगी ,
इंसानों पे शक ,
तुम खड़े काफिरों में होंगे
एक दिन ऐसा जरूर आएगा
तुम सच कुबूल कर , आँखें बंद कर जाओगे
सब कुछ छोड़ आगे बढ़ जाओगे
आगे चलते चलते एक दिन आयेगा
एक दिन ऐसा आयेगा
तुम भी मुझे भूल जाओगे।
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