वस्ल का ख्याल एक ऐसा है,
जो दिल को छू जाए,
यादों की गलियों में,
खुशबू सी बिखर जाए।
वो लम्हे जो हमने साथ बिताए,
हर पल में बस वही समाए,
वस्ल की वो रातें,
चाँदनी में जैसे चाँद छुप जाए।
तेरी बातों की मिठास,
तेरे साथ की वो खास,
हर ख्याल में बस तू ही तू,
वस्ल का ख्याल, जैसे कोई जादू।
तू पास हो या दूर,
दिल में बस तेरा ही नूर,
वस्ल का ख्याल, एक सपना सा,
जो हर पल में हो पूरा।
कैसी लगी ये कविता? 😊