"प्रेम कहानी"
प्रेम कहानियां लिखने का शौख है मुझे,
मिलोगे तुम तो,एक कहानी हमारी लिखूंगी ।
मैं बनूंगी सीता तुम्हारी, औऱ तुम्हे राम लिखूंगी।
बन कर राधा तेरी,मैं तुझको श्याम लिखूंगी।
शिव-गौरी सा मिलन लिखूंगी,
मीरा सी दीवानी लिखूंगी।
चाहे जितने रूप बदलना तुम,
मैं हर रूप में खुद को, तेरी दीवानी लिखूंगी।
हां! मिलोगे जब तुम तो,मैं एक प्रेम कहानी हमारी भी लिखूंगी।
घण्टो तुझे देखा करूंगी,मैं कुछ ऐसी रवानी तेरी लिखूंगी,
तारो भरे आसमां नीचे हाथ पकड़ तेरा ,चला करूंगी।
लिखूंगी तेरी हर अदा , मैं हर किरदार में तेरी वफ़ा लिखूंगी।
बन के तेरी जोगन मैं, तेरे ही जोग में रमा करूंगी।
अभी प्रतीक्षा शिव जैसी होगी तेरी,
औऱ मैं तपस्या गौरी सी किया करूंगी।
लिखूंगी मैं , खुद को तेरा अर्धांग,
औऱ बन कर तेरी अर्धांगिनी, मैं तेरे वामांग में सजा करूंगी।
हां! मिलोगे जब तुम तो,मैं ऐसी एक प्रेम कहानी हमारी लिखूंगी।
सीता राम सी पावन औऱ राधे श्याम सी निश्छलता लिखूंगी।
शिव-गौरी सा प्रेम और प्रेम की पराकाष्ठा लिखूंगी।
हां! लिखूंगी एक कहानी अपनी,जिसमे तेरे हर रूप से मेरा प्रेम लिखूंगी।
मिलोगे जब तुम तो एक प्रेम कहानी हमारी भी लिखूंगी।
✍️ RiyaSirswa