कुछ तो सदा बवाल करेंगे......
कुछ तो सदा बवाल करेंगे।
अपना घर कंगाल करेंगे।।
जनता तो होती है भोली।
भ्रम फैला सिर लाल करेंगे।
संविधान-खतरे में है अब।
कुछ विरोध हड़ताल करेंगे।
कर्मयोग जिसने अपनाया।
देश-विदेश कमाल करेंगे।
सद्कर्मों की बना तिजोरी।
हिल-मिलकर खुशहाल करेंगे।
राष्ट्रभक्त का एक स्वप्न है।
भारत-मालामाल करेंगे।
जिसने तोड़ी नल की टोंटी
अब इसकी पड़ताल करेंगे।*
खड़ा हिमालय फिर मुस्काया।
उन्नत-भारत-भाल करेंगे।
मनोज कुमार शुक्ल "मनोज"