मेरे जीवन के यह तीन अक्षर के शब्द
मेरे दिल के सबसे करीब यह शब्द।
छोटा हो या बड़ी बात
खुशी हो या घम की बात।
उसे शेयर किए बिना नहीं रहना
उसे सोल्व किए बिना नहीं रहना।
मेरे जीवन के सबसे अच्छे पल तभी होते है
जब हम तीनो दोस्त साथ होते हैं।
तब शुरू होती है हर एक बात
एक को दो मिलकर चिढ़ाते है।
पुराने बातों को याद करके हस्ते है
और फिर खुद बोलते है क्या समय था यार,
क्या कहने उस पल के यार।
आज भी मैसेज का इंतज़ार रहता है बस,
फिर क्या? काम छोड़कर टाइम पर तैयार रहना है बस।
कभी गुस्सा तोह कभी खुशी वाला पल होता है
जब भी हमलोग मिलते है,
तोह कभी खट्टी तोह कभी मीठी बातें होती है।
स्कूल वाली बातें से शुरू होती है बात
और कोचिंग वाले बातों पर ख़तम होती हैं बात।
कुछ भी सिक्रेट हो तोह सबसे पहले दोस्त को बताना
किसी को कुछ बताओ या ना बताओ
पर अपने दोस्तो को ज़रूर बताना।
क्या यार है मेरे, यह सारे कभी ना टूटे
चाहे कुछ भी हो, पर यह यारी कभी ना छूटे।
जब दोस्त की कोई बात दूसरों से सुनने को मिलती है
तोह चेहरा उदास कर बोलना,
यह तूने ठीक नहीं किया,
आज से कट्टी है तुझसे,
फिर दूसरे ही पल गले लग कर ,
सबकुछ भुला देना।
Aamir Raza Khan