*दोहा-सृजन हेतु शब्द*
*सत्य,अहिंसा,सत्याग्रह,सादगी,शांति*
जीवन का चिर- *सत्य* यह, करना सबको कर्म।
जन्म लिया तो मृत्यु भी, समझें इसका मर्म।।
*अहिंसा* सत्याग्रह है, गांधी का प्रिय मंत्र।
डिगा सका न पथ उन्हें, ब्रिटिश हुकूमत तंत्र।।
*सत्याग्रह* की भूमिका, कोसों हिंसा दूर।
नहीं रक्त रंजित रहा, शांतिपूर्ण भरपूर।।
गांधी जी की *सादगी*, उतरी दिल के पार।
एक लँगोटी ने किया, जनमत को तैयार।।
समय-समय पर खोजता, हर युग अपनी राह।
सुखद *शांति* की कल्पना, हर मानव की चाह।।
मनोज कुमार शुक्ल *मनोज*