जो बांधी है (प्यार की)डोर तो पूरी शिद्दत से निभाएंगे
रुठेंगे एक दूजे से और फिर एक दूजे को ही मनाएंगे
देख हमारा रिश्ता दुनिया वाले बुरी नजर लगाएंगे
पर हम थाम के हाथ एक दूजे का एक दूजे को हर बुरी नजर से बचाएंगे
प्यार से रहेंगे और हर पल को खुशियों से भर जाएंगे
लड़कर गम के अंधेरों से साथ मिलकर मुस्कुराएंगे
फिरभी इस दुनियादारी के रिवाजों में हम कई बार उलझ जाएंगे
तब एक दूसरे का साया बनके हर डोर को सुलझाएंगे
और..आज वादा करते हैं एक दूजे से की चाहे कुछ भी हो जाए एक दूसरे से अलग होने की बात कभी भी अपनी जुबान पर नहीं लाएंगे......
-Heer Jani