दर्द को बढ़ाएगी
दिल में दबी तपती और तपाती हवाओं को
मुँह तक लाने से पहले
शीतलता की फुहार में भिगो लेना,
नहीं तो ये तपन दूसरों के साथ तुम्हें भी
तपायेगी ll
मन में मसली हुई शुभ इच्छाओ की संदूक को
किसी के समक्ष खोलने से पहले,
उसकी समझ की गहराई को जान लेना,
नहीं तो उसकी नासमझी इस पेटी पर न खुलने वाला ताला लगवायेगी ll
अपने ह्रदय की व्यथा कथा का बखान करने से पहले जान लेनाकि,उसकी सोच की
परिधि में आपके दर्द का मान है या नहीं,
नहीं तो ये दुःख की बेइज्जती
आपके दर्द को और बढ़ाएगी ll
"मनमीत"अलका मनीष चौपड़ा ll