मर्द पढ़ा तो ब्याह लाया अनपढ़ भी।।
औरत पढ़ी तो बहस हुईं बराबरी की??
कैसे तुझ संग ब्याहु मैं....
तूने ना मेरी बराबरी की।।
सिर्फ़ तेरी ही ये सोच क्यों?
जो सौवां को इंकार करे तू?
जब लड़का ब्याह अनपढ़ को तो बदली उसने तक़दीर उसकी।
ना पढ़ा वो...
होगी शायद कुछ तकलीफ़ उसकी।।
-Seema Prajapati