बातें वो आवाज़ कुछ हलकी हलकी सी है
पर यादे ठेहर गयी हैं तेरे पास
धीरे धीरे आगे बढ़ रहें है हम
पर वो साथ कही रह गया है तेरे पास
हसते रहते है वैसे तो हम
पर वो मुस्कान ठहर गयी है तेरे पास
तुझे मूड कर देखा नहीं फिर कभी
पर ये नज़र ठहर गयी है तेरे पास
वक़्त बस युही गुजरता रहता है
पर हर जज़्बात रह गये हैं तेरे साथ
हम तो निकल गये है कब से दूर तूमसे
पर ये दिल तो वही ठेहर गया है तेरे पास।
-Chandrika Gamit