इतने करीबी तो नहीं रहे हम किसी से
ये कौन है जो सदमे दे रहा है
हमारी हुकूमत होती तो क्या बात होती देखते
ये कौन बिमारों को हौसला दे रहा है
इस कारवें में इक शख्स मुझे सबसे खामोश लगा
हाँ वही जो गाड़ी को कंधा दे रहा है
अनदेखा इक शैतान अपनी फितरत से सबको ले डूबा
ये कौन है जो इसांनो को टक्कर दे रहा है
इक अर्सा अपने चाल चलन से दूर हम रहे 'सादिक'
ये कौन है जो सुर्खियां बटोर रहा है
#M -kay