Hindi Quote in Poem by Harshad Molishree

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

जान के भी अंजान रहता है
ये खामोश ज़माना
कइसौ कहानियाँ कहता है

आँखों को मीचे
खुदको अंधा कहता है
सब देखके अनदेखा करता है

ये बात सच साबित करता है
मरता और क्या ना करता
आगे बढ़ता या ज़माने से डरता

तलाश में मुझ जैसे कई है
अफसोस के अपनी आँखों पर भी पट्टी बंधी है
हाल बहुत बेहाल है जहा देखूं बस शर्मिंदगी है

ज़ुबां को लखवां मार जाता है
होठों तक आते आते सवाल रह जाता है
अपने घर का खयाल ऐ ज़माने मेरे जजबात दबाए रखता है

_हर्षद मोलिश्री

Hindi Poem by Harshad Molishree : 111691933
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now