हर दर्द को सिरहाने की आदत सी हो गई है,
हमे जब से तुम से मुहब्बत हो गई है,
लापता है ये दिल तेरी यादों के शहर में,
जब से तेरे इश्क़ की हमे सोहबत हो गई है,
इनकार चाहे लाख कर ले तु,
तेरे हर ऐतराज़ से अब चाहत सी हो गई है,
तेरे खयाल, तेरे इंतज़ार, तेरे जज्बात से...
हां..हमे मुहब्बत सी हो गई है।।
-Tanvi... Who Loves To Write..